उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र ग्राम खेसुआ में विधि विरुद्ध चल रहे धर्मांतरण का तब खुलासा हुआ जब बजरंगदल व विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने छापेमारी कर दी। मौके पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। विहिप और बजरंग दल के दखल के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने महिला की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर छह लोगों को हिरासत में लिया था। इसके बाद अब धर्माचार्यो ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर घर वापसी करवाई है। करीब बीस वर्षों से चल रही प्रार्थना सभा की जानकारी विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के जिला पदाधिकारियों को तीन दिन पहले हुई तो सारे पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने पुलिस प्रशासन को सूचित किया तो पुलिस ने प्रार्थना सभा बंद कराई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर महिला शारदा प्रार्थना करवाती थी। प्रार्थना सभा का विरोध करने पर महिला शारदा और उसके लड़के राहुल, अजय, विजय,आशीष, मनीष पुत्र गण स्वर्गीय चंद्रशेखर निवासी ग्राम खेसुआ और भोजपुर निवासी रमेश और राजेश आदि हम लोगों को मारपीट कर हमारी जमीनों में कब्जा कर कर जबरदस्ती प्रार्थना सभा का आयोजन किया करते थे। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारी को जैसे ही जानकारी हुई सारे पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तो यहां पर बहुत बड़े पैमाने में धर्मांतरण होता हुआ पकड़ा गया। इस मौके पर उपजिलाधिकारी रणवीर सिंह एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग सह प्रचारक शिव शंकर विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय सह मंत्री अविनाश, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष संजय शुक्ला, जिला सह संयोजक कार्तिकेय दीक्षित, आनन्द दीक्षित, विश्व हिंदू परिषद के आरक्षक पुरोहित रत्नेश दीक्षित, दीपक शुक्ला, नारायण गिरी जी महाराज आदि के साथ संगठन के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। सूचना मिलने के बाद क्षेत्राधिकारी ऋषिकांत शुक्ला ने भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से जानकारी ली। घटना को लेकर ग्रामवासी प्रिया देवी पत्नी अरुण कुमार की तहरीर पर बिहार थाना पुलिस ने बीएनएस की धारा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 धारा 3 व धारा 5(1) मुकदमा दर्ज कर लिया है।