संतकबीरनगर। गोरखपुर और संतकबीरनगर जिले की सीमा पर गुरुवार को हुई फायरिंग की घटना का पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। मामले को सुलझाने के लिए चार टीमें बनाई गई थीं। पुलिस जांच में आरोपियों ने स्वीकार किया कि ओवरटेक न करने देने पर गुस्से में आकर फायरिंग की। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। मुर्गे की सप्लाई से लौटते वक्त हुआ हादसा
शुक्रवार को आदित्य शुक्ला, पुत्र विनय प्रकाश शुक्ला, निवासी चैनपुरवा, थाना पुरानी बस्ती, जिला बस्ती ने खलीलाबाद कोतवाली में तहरीर दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को वे भटनी, देवरिया से मुर्गे की सप्लाई देकर लौट रहे थे। सहजनवा-खलीलाबाद बॉर्डर के पास उनकी गाड़ी पर सफारी गाड़ी से फायरिंग की गई। इस मामले में कोतवाली खलीलाबाद में धारा 309(4) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। 12 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए इंडस्ट्रियल एरिया से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में कमलेश सैनी (निवासी कुंदवाबारी, थाना बड़हलगंज, गोरखपुर) और अखिलेश कुमार मिश्रा (निवासी हरिहरपुर, थाना महुली, संतकबीरनगर) शामिल हैं। साइड न देने पर किया फायरिंग
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गुरुवार को वे अपनी सफारी स्टॉर्म गाड़ी (नंबर UP32 KX 9009) से गोरखपुर लौट रहे थे। सिहापार पुल के पास उन्होंने पिकअप गाड़ी को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन पिकअप चालक ने साइड नहीं दी। गुस्से में आकर अखिलेश मिश्रा ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से फायरिंग कर दी। एसपी ने की टीम की सराहना
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने टीम की प्रशंसा करते हुए गिरफ्तार करने और बरामदगी के लिए 25,000 रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।