श्रावस्ती के सोनवा थाना क्षेत्र से कुछ लोगों द्वारा नाबालिग बच्चों को मजदूरी के लिए कर्नाटक ले जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस मामले में एक मंदबुद्धि किशोर दुर्गेश गुप्ता की लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दी गई है। दरअसल गिलौला थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गुटूहुरु गांव के रहने वाले दुर्गेश के परिजनों ने आरोप लगाया है कि इरफान नामक व्यक्ति अपने परिवार के एक सहयोगी के साथ उनके बेटे समेत 7 नाबालिग बच्चों को कर्नाटक ले गया। जहां उनसे फल के ठेलों पर काम कराया जा रहा था। जहां दुर्गेश लापता हो गया है। जिस पर दो बच्चे किसी तरह भागकर अपने घर लौट आए। मामले में और भी चौंकाने वाला तथ्य यह है कि सोनवा थाना क्षेत्र के रामू पुरवा सतरही गांव के इरफान और चुन्नू पर आरोप है कि वे क्षेत्र से नाबालिग बच्चों को बहला फुसलाकर और पैसों का लालच देकर कर्नाटक ले जाकर उनसे बाल श्रम करवा रहे हैं। आरोप है की ठेकेदार ने दुर्गेश के लापता होने की सूचना परिजनों को फोन पर दी। लेकिन उसकी खोजबीन में सही से सहयोग नहीं कर रहे हैं। पीड़ित परिवार ने गिलौला पुलिस को तहरीर देकर बच्चे की वापसी और कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा मंदबुद्धि है और उसकी सुरक्षा को लेकर वे बेहद चिंतित हैं। श्रावस्ती पुलिस से इस पूरे मामले की गहन जांच की मांग की। यह घटना बाल श्रम जैसी गंभीर समस्याओं की ओर इशारा करती है। जिस पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।