पूर्व प्रधानमंत्री की 122वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्कृष्ट कृषि उत्पादन करने वाले किसानों को सम्मानित करेंगे। इस मौके पर गोरखपुर जिले के दो किसान विशेष रूप से सम्मानित होंगे। बड़हलगंज के श्याम दुलारे यादव को गेहूं उत्पादन में पहले स्थान के लिए एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा, जबकि पिपरौली के जय सिंह को 75 हजार रुपये का दूसरा पुरस्कार प्राप्त होगा। इसके अलावा, श्री अन्न उत्पादन में भी गोरखपुर के तीन किसान पहले और तीन किसान दूसरे पुरस्कार के हकदार होंगे। मुर्गीपालन में महिला किसान को मिलेगा सम्मान
इस सम्मान समारोह में मुर्गीपालन में विशेष योगदान देने वाली महिला किसान को भी सम्मानित किया जाएगा। रविवार को लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले, संयुक्त कृषि अधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने सम्मानित किसानों और महिला सम्मानित को शुभकामनाएं दी। वहीं, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना ने सभी विजेताओं को सफलता की बधाई दी। राज्य स्तरीय समारोह में होंगे कई सम्मान
सोमवार को होने वाले इस राज्य स्तरीय समारोह में रबी और खरीफ फसलों के उत्पादन में उत्कृष्टता दिखाने वाले 30 किसानों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मिलेट्स पुनरोद्धार, प्रगतिशील महिला किसान, प्राकृतिक खेती, कृषक उत्पादन संगठन, औद्यानिक खेती और संरक्षित खेती जैसी श्रेणियों में भी 30 किसानों को सम्मान मिलेगा। श्रीअन्न उत्पादन में सम्मानित होने वाले किसानों को संयुक्त कृषि निदेशक डॉ. अरविंद सिंह ने पिपली दौरे से लौटकर श्रीअन्न के बीज उपलब्ध कराए थे और उन्हें इस क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया था। प्रदेश स्तर पर सम्मानित होने वाले किसान
गेहूं उत्पादन:
• प्रथम पुरस्कार: श्याम दुलारे यादव (बड़हलगंज) – 79 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
• द्वितीय पुरस्कार: जय सिंह (पिपरौली) – 76.75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर श्रीअन्न कोदो उत्पादन:
• प्रथम पुरस्कार: विरेंद्र सिंह (पिपराइच) – 24.1 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
• द्वितीय पुरस्कार: बसंत तिवारी (गोला) – 20.1 क्विंटल प्रति हेक्टेयर श्रीअन्न सावा उत्पादन:
• प्रथम पुरस्कार: अनिल कुमार (गोला) – 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
• द्वितीय पुरस्कार: विजय शंकर (गोला) – 19.50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर श्रीअन्न रागी उत्पादन:
• प्रथम पुरस्कार: सुभाष (ब्रह्मपुर) – 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर
• द्वितीय पुरस्कार: शिवानंद मणि (पिपराइच) – 28 क्विंटल प्रति हेक्टेयर विशिष्ठ पुरस्कार:
• बबली वर्मा (खोराबार) – मुर्गीपालन