कुशीनगर के हाटा कोतवाली थाना क्षेत्र में नाली निर्माण में हुए विवाद में भाजपा नेता रामसमुझ पासवान पीट-पीटकर हत्या कर दी। इलाज के दौरान भाजपा नेता की मौत हो गयी। भाजपा नेता के भाई ने थाने में नामजद तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। नाली निर्माण का चल रहा था विवाद घटना मंगलवार सुबह करीब 9:00 बजे की है, जब नगर पंचायत सुकरौली के वार्ड नंबर-1 के निवासी एवं तीन बार ग्राम प्रधान रह चुके रामसमुझ पासवान के परिजनों ने हाटा कोतवाली थाने में तहरीर दी। तहरीर में आरोप लगाया गया कि नगर पंचायत सुकरौली में नाली निर्माण को लेकर चल रहे विवाद में वर्तमान सभासद सुनील पासवान से चुनावी रंजिश के चलते उनके उकसाने पर प्रदुमन पासवान, पन्नेलाल पासवान और अन्य आरोपियों ने रामसमुझ पासवान को गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। जब रामसमुझ ने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुकरौली लाया गया, जहां से गोरखपुर रेफर किया गया, लेकिन एम्स में इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। तीन बार रहे प्रधान रामसमुझ पासवान गनेशपुर ग्राम सभा के तीन बार ग्राम प्रधान रहे थे और भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता थे। वे वर्तमान में सुकरौली के प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत थे। उनकी मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई, और उनके समर्थकों सहित भाजपा नेताओं और अन्य राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी सुकरौली पुलिस चौकी पर देखा गया। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कोतवाली प्रभारी हाटा सुशील कुमार शुक्ला ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्देश जारी किए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। चौकी इंचार्ज सुकरौली नागेंद्र सिंह चौहान ने भी पुष्टि की कि मुकदमा दर्ज की प्रक्रिया की जा रही है। रामसमुझ पासवान की मौत से पूरे नगर और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। नेहरू इंटरमीडिएट कॉलेज में शोक सभा का आयोजन किया गया, और छुट्टी कर दी गई। खंड विकास कार्यालय सुकरौली में भी एडीओ पंचायत राम आशीष गौतम के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन हुआ। सभासद सुनील पासवान का बयान जब सभासद सुनील पासवान से इस घटना पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे 18 तारीख से नैनीताल में टूर पर हैं। उनके अनुसार, नाली निर्माण को लेकर कुछ विवाद था, जिसे जनप्रतिनिधियों ने सुलझा लिया था। उन्हें घटना के बारे में जानकारी नहीं है।