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खुद को कमरे में कैद कर पढ़े…बन गए CA:बोले- पिता के कारोबार में आग लगी…तब डिस्टर्ब हुए, कानपुर के टॉपर की कहानी

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उम्र- 23 साल, फर्स्ट अटेम्प्ट में CA की परीक्षा में कानपुर टॉपर। पहले ही अटेम्प्ड में यह सफलता हासिल की है उज्ज्वल ने। इस सफलता के साथ उन्होंने अपने पिता के 28 साल के सपने को भी साकार कर दिया। दरअसल, उज्ज्वल के पिता CA की पढ़ाई करने बदायूं से कानपुर आए थे। लेकिन, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से CA नहीं बन सके। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सीए फाइनल का परिणाम जारी किया। इसमें कानपुर के शिवाला के रहने वाले उज्ज्वल मित्तल ने 600 में से 396 अंक लाकर शहर में टॉप किया है। दैनिक भास्कर ने उज्ज्वल से उनके संघर्ष और मेहनत को लेकर बात की। पढ़िए…. मैंने पिता के सपने को साकार किया
उज्ज्वल बताते हैं- इस सफलता के लिए कड़ी मेहनत की है। दिल्ली में रहकर पढ़ाई की। कई-कई बार तो मैं दिन-दिन भर अपने रूम से पढ़ाई की वजह से निकल ही नहीं पाता था। मैंने इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद ही यह तय कर लिया था कि अपने पिता के सपने को साकार करना है। उज्ज्वल ने बताया- मैं शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा था। ये विश्वास था कि अगर अच्छे से पढ़ाई की, तो जरूर CA निकाल लूंगा। मैंने दिमाग में पारिवारिक परिस्थितियों को कभी हावी नहीं होने दिया। लास्ट की पढ़ाई के जो 5-6 महीने बचे थे, उस दौरान मैंने खुद को पूरी दुनिया से अलग करके एक कमरे में कैद कर लिया। मेरा बस एक ही लक्ष्य था कि CA करना है, पहले प्रयास में करना है। आगे मैंने सोचा है कि अभी शुरुआती दिनों में जॉब करूंगा, ताकि मैं अपने एक्पीरियंस को अच्छा कर सकूं। पापा को आर्थिक स्थिति की वजह से छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई बड़े होते हुए मुझे पता चला कि मेरे पापा CA बनने के लिए कानपुर आए थे। लेकिन, आर्थिक कारण से नहीं बन सके। मैं उस मुकाम को जरूर हासिल करूंगा। उज्ज्वल कुछ ऐसा करना चाहते हैं कि जॉब लेने वाले नहीं, बल्कि लोगों को जॉब देने वाले बनें। उज्ज्वल के पिता अजय अग्रवाल ने बताया- मैं साल 1996 में बदायूं से कानपुर आया था। पढ़ाई के दौरान कानपुर में CA की तैयारी करने के लिए आया था। लेकिन, बीच में ही मुझे पढ़ाई छोड़नी पड़ी। क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए मैंने कपड़े का छोटा-सा कारोबार शुरू किया। इसके बाद मेरी शादी हो गई। इसके बाद परिवार के लिए कारोबार चलाना मजबूरी बन गई और पढ़ाई पीछे छूटटी गई। लेकिन मेरे मन में हमेशा यह चलता था कि CA बनना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अपने बच्चे को जरूर बनाऊंगा। यही सोच लेकर मैंने उज्ज्वल को पढ़ाना शुरू किया। कारोबार में बड़ा नुकसान, फिर भी नहीं छोड़ी उम्मीद
उज्ज्वल के पिता अजय ने बताया- कानपुर में एक बार हमराज कॉम्प्लेक्स में आग लगी। उस दौरान कपड़े के कारोबार में मेरा बड़ा नुकसान हो गया था। लेकिन, फिर भी मैंने आस नहीं छोड़ी। इसके बावजूद बेटे को जैसे-तैसे दिल्ली में रखकर पढ़ाई करवाई। अब जब बेटा इस मुकाम पर पहुंच गया है, तो ऐसा लग रहा है कि मैं खुद ही CA बन गया हूं। उज्ज्वल बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज रहे। साल 2018 में हाईस्कूल की परीक्षा गौरहरी सिंघानिया स्कूल से पास की। इसमें उन्होंने 95% नंबर हासिल किए। इंटरमीडिएट की परीक्षा साल 2020 में पास की। इसमें उन्होंने 97.6% नंबर हासिल किए। कानपुर शहर के ही DAV कॉलेज से बीकॉम की परीक्षा पास की। ————————– ये खबर भी पढ़िए… ACP मोहसिन कानपुर IIT से नहीं कर सकेंगे PhD, यौन उत्पीड़न के आरोपों पर NOC कैंसिल, SIT का अल्टीमेटम- बयान दर्ज कराएं कानपुर IIT की छात्रा के यौन शोषण के आरोपी ACP मोहसिन अब IIT से PhD नहीं कर सकेंगे। यूपी पुलिस की ओर से उन्हें दी गई NOC कैंसिल कर दी गई है। IIT प्रशासन ने इसकी पुष्टि की। इधर, SIT ने ACP को अल्टीमेटम दिया है। कहा है कि 48 घंटे के अंदर ACP अपना बयान दर्ज कराएं। आज SIT ACP के खिलाफ दर्ज दूसरी FIR पर छात्रा बयान दर्ज कर सकती है। दूसरी FIR 27 साल की छात्रा ने ही कराया है। पढ़िए पूरी खबर

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