गोरखपुर में दो युवकों से नौकरी के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। महराजगंज के इन युवकों को जल निगम में क्लर्क बनाने के नाम पर 8 लाख रुपये लिए गए थे। उन्हें धोखा देने के लिए वाट्सएप पर फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया। मामले का खुलासा होने के बाद ठगे गए युवकों ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। महराजगंज जिले के परसामीर सिंदुरिया निवासी रामकृपाल व उनके दोस्त रजनीश के साथ ठगी की गई है। रामकृपाल की ओर से दी गई तहरीर में बताया गया है कि वह बेलघाट क्षेत्र में रहने वाले सुभाष चौधरी के यहां अपने दोस्त रजनीश के साथ गए थे। वहीं कोतवाली क्षेत्र के छोटे काजीपुर निवासी मिथिलेश सिंह से उनकी मुलाकात हुई थी। उसने दोनों दोस्तों को जल निगम में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था। दोनों से मांगे थे 5-5 लाख रुपये
मिथिलेश ने दोनों से नौकरी के नाम पर 5-5 लाख रुपये मांगे थे। बातचीत में विश्वास हुआ तो दोनों ने उसे 4-4 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद आरोपित दोनों को घुमाता रहा। उनके पूछने पर बताता कि जल्दी ही काम हो जाएगा। इसके बाद एक दन उसने दोनों को वाट्सएप पर एक फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया। फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर कहा-ज्वाइन करो
फर्जी नियुक्ति पत्र देने के बाद उसने दोनों से कहा कि विभाग में जाकर ज्वाइन कर लो। वे दोनों विभाग में ज्वाइन करने पहुंचे तो पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी है। इसके बाद उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपित धमकी देने लगा। इसके बाद पुलिस में शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद दोनों पीड़ित कोर्ट की शरण में पहुंचे। सीओ कोतवाली ओंकार दत्त त्रिपाठी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।