गोरखपुर महोत्सव -2025 को भव्य और यादगार बनाने के लिए तैयारियां तेज हो चुकी हैं। यह महोत्सव 10 से 12 जनवरी तक रामगढ़ताल के चंपा देवी पार्क और नुमाइश ग्राउंड में आयोजित होगा। डीएम कृष्णा करुणेश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में महोत्सव की कार्ययोजना तैयार की गई। बैठक में जनसहयोग और प्रशासनिक भागीदारी के माध्यम से महोत्सव को एक अद्वितीय अनुभव बनाने पर जोर दिया गया। कला, संस्कृति और खेलों का होगा महासमर
गोरखपुर महोत्सव में कला, संस्कृति और खेलों के अद्भुत रंग देखने को मिलेंगे।
• प्रतियोगिताएं: स्कूली बच्चों से लेकर युवा कलाकारों और खिलाड़ियों तक, हर प्रतिभाशाली को अपनी कला और हुनर दिखाने का मंच मिलेगा।
• पारंपरिक और आधुनिक खेल: इस बार महोत्सव में पारंपरिक खेलों के साथ-साथ आधुनिक खेल भी शामिल किए जाएंगे, जो खेल प्रेमियों के लिए एक रोमांचक अनुभव साबित होंगे।
• सम्मान और प्रदर्शन: उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को न केवल सम्मानित किया जाएगा, बल्कि उन्हें अपनी कला को प्रस्तुत करने का विशेष अवसर भी मिलेगा। बॉलीवुड और भोजपुरी सितारे बिखेरेंगे जलवा
गोरखपुर महोत्सव की स्टार नाइट्स में बॉलीवुड और भोजपुरी के मशहूर सितारे अपने परफॉर्मेंस से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। लाइव संगीत, नृत्य और मनोरंजन से सजी इन रातों में महोत्सव की रौनक अपने चरम पर होगी। साथ ही, स्थानीय कलाकारों को प्रमुख मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया जाएगा, जिससे गोरखपुर के टैलेंट को एक नई पहचान मिलेगी। गोरखपुर को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की तैयारी
DM कृष्णा करुणेश ने महोत्सव को न केवल एक सांस्कृतिक आयोजन बल्कि गोरखपुर की पहचान बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने संबंधित विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं और कहा कि महोत्सव में हर किसी की भागीदारी इसे भव्य और यादगार बनाएगी। महोत्सव के आयोजन में विशेष ध्यान दिया गया है कि यह न केवल शहरवासियों के लिए मनोरंजन का जरिया बने, बल्कि गोरखपुर को देशभर में एक सांस्कृतिक और पर्यटन हब के रूप में स्थापित करे। रामगढ़ताल का मनोरम दृश्य, स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकारों का संगम, और खेल-कूद से लेकर सांस्कृतिक धरोहरों का प्रदर्शन—यह महोत्सव हर दृष्टि से विशेष होगा। ‘गोरखपुर का गौरव, भारत की झलक थीम पर होगा महोत्सव
2025 गोरखपुर महोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि गोरखपुर के इतिहास, परंपरा और समृद्धि का उत्सव होगा। यह आयोजन देशभर के पर्यटकों को न केवल आकर्षित करेगा, बल्कि उन्हें गोरखपुर की संस्कृति और धरोहर से जोड़ने का काम करेगा।