गोरखपुर में 3 सितंबर को लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे युवक की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने महिला मित्र नीलम यादव और चार अन्य पर हत्या का मामला दर्ज किया है। मामला गुलरिहा इलाके के मोगलहा का है। मृतक के भाई संजय प्रसाद की शिकायत के बाद मंगलवार को पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। हॉस्पिटल में लैब टेक्नीशियन के तौर पर करता था काम गगहा इलाके के लोहरापार निवासी संजय प्रसाद ने पुलिस को तहरीर दी कि उनका भाई आर्य प्रकाश मेडिकल कॉलेज के उत्तरी गेट के पास स्थित गोल्ड हॉस्पिटल में लैब टेक्नीशियन के तौर पर काम करता था। एक माह पहले जिला प्रशासन द्वारा अस्पताल सील किए जाने के बाद आर्य, अपनी महिला मित्र नीलम यादव के साथ गुलरिहा इलाके के मोगलहा में अनीता देवी के मकान में किराए पर रहने लगा था। फोन पर आखिरी बात और संदिग्ध परिस्थितियां संजय ने बताया कि 3 सितंबर को सुबह 11:45 बजे उनके भाई ने फोन पर बात की थी, और सब कुछ ठीक था। एक घंटे बाद जब शशि प्रकाश ने फिर से आर्य से संपर्क करने की कोशिश की, तो फोन नहीं उठाया। कुछ समय बाद भार्गव नामक युवक ने शशि को सूचित किया कि आर्य की मौत हो चुकी है। इसके तुरंत बाद नीलम यादव ने भी फोन करके यह खबर दी कि आर्य अब इस दुनिया में नहीं रहा। मृतक के भाई का आरोप और नीलम पर शक मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि नीलम यादव उनके भाई का फोन अपनी उंगली से खोल सकती थी। नीलम ने पहले बताया था कि आर्य की तबियत खराब है और उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा है, लेकिन बाद में वह अपने मित्र भार्गव, देवेश, जयहिंद और मकान मालिक के बेटे मुकेश के साथ मिलकर आर्य को मेडिकल कॉलेज छोड़कर फरार हो गई। मामले की जांच शुरू संजय प्रसाद का कहना है कि उन्होंने पहले पुलिस को तहरीर दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। फिर उन्होंने जनता दर्शन में शिकायत की, जिसके बाद गुलरिहा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी।