गोरखपुर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम ने अचानक करवट ली है। पछुआ हवाओं की रफ्तार तेज होने के साथ ही तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों में रात के तापमान में 5°C से अधिक की गिरावट हुई है, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम विभाग ने शनिवार से शीतलहर की संभावना जताते हुए ठंड में और इजाफा होने की चेतावनी जारी की है। दिन में धूप, शाम होते ही गलन का असर
शुक्रवार को दिन में तेज धूप निकली, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। लेकिन शाम ढलते ही ठंडी हवाओं ने गलन बढ़ा दी। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 24.4°C दर्ज किया गया, जो बीते 24 घंटों में मामूली बढ़ोतरी दर्शाता है। वहीं, न्यूनतम तापमान 6.8°C तक लुढ़क गया। यह तापमान गुरुवार को दर्ज किए गए 11.9°C से 5.1°C कम है। दिसंबर में तीन साल का सबसे ठंडा दिन
शुक्रवार को दर्ज किया गया न्यूनतम तापमान दिसंबर के पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। इससे पहले दिसंबर 2020 में न्यूनतम तापमान 5.1°C तक पहुंचा था। इस बार तापमान में आई अचानक गिरावट ने ठंड का असर और गहरा दिया है। शीतलहर के लिए तैयार रहें
मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते मध्य क्षोभमंडल में गर्त बना है, जिससे पछुआ हवाएं तेज हो गई हैं। इसका सीधा असर मौसम पर पड़ रहा है। शनिवार से शीतलहर चलने की संभावना है, जिससे दिन और रात दोनों के तापमान में गिरावट होगी। मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए गर्म कपड़ों का उपयोग करें और बिना जरूरत बाहर निकलने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को खास सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें
शहर में ठंड का असर जैसे-जैसे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे गलन और ठिठुरन भी बढ़ने लगी है। ऐसे में गोरखपुर के निवासियों को सलाह दी जाती है कि ठंड से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं और मौसम की स्थिति पर नजर बनाए रखें।