कानपुर की गोविंद नगर पुलिस ने शातिर वाहन चोर को अरेस्ट किया है। शातिर चोर के पास से 10 चोरी की बाइकें बरामद हुई हैं। शातिर बाइकों को चोरी करने के बाद अपने रिश्तेदार और नजदीकियों के यहां पर 5 से 10 हजार रुपए में गिरवी रखता था। इतने कम पैसे में कोई भी नजदीकी बाइक रखकर पैसे दे देता था। अरेस्टिंग के बाद पुलिस ने शातिर का भंडाफोड़ किया तो नजदीकी और रिश्तेदार दंग रह गए। अकेले ही बाइक चोरी करके बेचता था शातिर एसीपी गोविंद नगर आईपीएस अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि गोविंद नगर पुलिस मंगलवार देर शाम रतनलाल नगर में चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एक संदिग्ध बाइक सवार को रोकने पर भागने लगा, पुलिस ने दौड़ाकर दबोच लिया। पूछताछ में शातिर ने अपना नाम वीर प्रताप सिंह उर्फ वीरू और मूल रूप से गेउडीं थाना खन्ना जिला महोबा का रहने वाला बताया। मौजूदा समय में हरचरण का मकान जय गेस्ट हाउस के पास गुजैनी थाना क्षेत्र में रहता था। पुलिस ने तलाशी ली तो उसके पास से चाबियों का गुच्छा बरामद हुआ। जांच के दौरान वीर प्रताप उर्फ वीरू संदिग्ध लगने पर बाइक नंबर की जांच की गई तो वह पता चला कि बाइक महोबा के चरखारी से चोरी की है। इसके बाद पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो रतनलाल नगर के जैना पैलेस और रिश्तेदारों व नजदीकियों के घर से 10 चोरी की बाइक बरामद हुई। रिश्तेदार और नजदीकियों ने बताया कि शातिर वीर प्रताप उर्फ वीरू ने महज 5 से 10 हजार रुपए लेकर बाइक को रखने की बात कही थी, उन्हें जरा सा भी संदेह नहीं था कि बाइक चोरी की है। पुलिस ने चोरी की 10 बाइकों को बरामद किया। इन सभी बाइकों का चोरी का मुकदमा भी दर्ज है। अब तक की जांच में सामने आया कि शातिर अकेले ही चोरी की वारदात को अंजाम देता था। इसके बाद उसे अपने जदीकियों के यहां गिरवी रख देता था। अपनी बाइक का देता था दस्तावेज पुलिस की जांच में सामने आया कि शातिर अगर कोई दस्तावेज मांगता था तो अपनी बाइक जो उसकी पत्नी के नाम पर थी। उसी की नंबर प्लेट लगाकर अपने कागजात देता था। पुलिस ने जाली नंबर प्लेट और दस्तावेज भी बरामद किया है। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।