एटा के विकासखंड अलीगंज में छुट्टा गौवंश ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। बिल्सड़ पुवायां में सैकड़ों बीघा फसल छुट्टा गौवंश से बर्बाद हो रही है। इससे गांवों के बीच रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है। किसानों का कहना है कि वे दिन-रात मेहनत और बड़ी लागत लगाकर फसल उगाते हैं। लेकिन छुट्टा गौवंश फसलों को नष्ट कर देते हैं। जब गौवंश को एक खेत से भगाया जाता है, तो वे दूसरे खेत में चले जाते हैं। इससे गढ़िया जगन्नाथ, वीरपुर, बिल्सड़ और लालपुर के लोगों के बीच विवाद होता है। किसान नेम सिंह ने बताया कि दिन-रात गौवंश की रखवाली में ही समय बीत जाता है। कोई अन्य काम नहीं कर पाते। बिल्सड़ पुवायां के किसान बृजेश कुमार के अनुसार गांव वाले इतने परेशान हैं कि कहीं जा नहीं पाते। पूरा दिन खेतों की रखवाली में निकल जाता है। कुछ लोग गायों का दूध निकालकर उन्हें छोड़ देते हैं, जिससे सभी को परेशानी होती है। किसानों ने सरकार से गौवंश को गौशाला में रखने की मांग की है। मुख्य विकास अधिकारी नागेंद्र नारायण मिश्रा ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी को छुट्टा गौवंश की टैगिंग के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। गौशाला में पहुंचाया जाए। वहीं जो गौवंश किसानों के पास है उनकी भी टैगिंग का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए जिससे गौ वंश कौन छोड़ रहा है इसका पता चल सके किसानों के लिए सहभागिता योजना संचालित है जिसके तहत गौवंश पालन का लाभ किसानों को लेना चाहिए।
