अयोध्या में सीलिंग की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। गांव के ही मोहनलाल गुप्ता 2021 से भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने के लिए थाना दिवस से लेकर तहसील दिवस तक अधिकारियों से शिकायत की है। लेकिन अभी तक अवैध कब्जा नहीं हटाया जा सका है। शिकायतकर्ता का कहना है कि अब तक 32 बार शिकायत कर चुका हूं, लेकिन कार्रवाई ना करने के बजाय एसडीएम साहब मेरी हंसी उड़ाते हैं। अयोध्या के पुलिस चौकी देवगांव क्षेत्र के पालपुर गांव निवासी मोहनलाल गुप्ता वर्ष 2021 से तहसील समाधान दिवस और थाना दिवस में शिकायत कर रहे हैं कि ग्राम सभा की सीलिंग की भूमि पर गांव के लोगों ने कब्जा कर रखा है। शिकायत के बाद अधिकारी अवैध कब्जा नहीं हटवा रहे हैं। जब मैं शिकायत लेकर जाता हूं तो एसडीएम साहब मेरी हंसी उड़ाते हुए कहते हैं। बोलते हैं- फिर आ गए शिकायत लेकर। अभी तुम्हारा काम नहीं हुआ है। जितनी शिकायत करता, उतना कब्जा करता जा रहा
पीड़ित मोहनलाल गुप्ता का कहना है कि तहसील दिवस में डीएम साहब को सीलिंग की जमीन पर हुए अवैध कब्जे की लिखित शिकायत दी थी जिसे देखने के बाद डीएम साहब ने एसडीएम को निर्देशित किया था कि कब्जा प्रमाणित होने पर कब्जे दारों के विरुद्ध बेदखली की कार्रवाई करने को कहा था। लेकिन तहसील प्रशासन ने ऐसा कुछ नहीं किया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि सीलिंग की जमीन तो खाली नहीं कराई गई। जबकि तहसीलदार मिल्कीपुर के कहने पर अवैध कब्जा हटवाने के लिए जीसीबी मशीन का भी तीन हजार रुपए भी जमा कर दिया था। उसके बावजूद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया। आज भी भूमि पर कब्जा जस का तश बना हुआ है। पीड़ित का कहना है कि जितनी बार में शिकायत करता हूं उतना और वह कब्जा करता जा रहा है। पीड़ित के मुताबिक, एसडीएम कहते हैं कि सीलिंग की जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है। जबकि एसडीएम द्वारा कब्जेदार से 10 रुपए के स्टांप पर लिखवाया गया है कि उस भूमि से मुझे कोई लेना-देना नहीं है। उसके बावजूद भी तहसील प्रशासन की मिली भगत से कब्जा करता जा रहा है।