झांसी में नसबंदी का ऑपरेशन कराने के बाद एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिजन भड़क गए और लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने पहुंच गए। थाने का घेराव कर कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिया तो मामला शांत हो गया। पूरा मामला बड़ागांव का है। यहां पर मंगलवार को कैंप लगाकर 30 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए गए थे। इसके बाद सभी को घर भेज दिया गया। अलसुबह सुमन कुशवाहा (28) की हालत बिगड़ गई। परिजन मेडिकल कॉलेज लाए तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ऑपरेशन कराने मायके आई थी महिला
सुमन कुशवाहा पत्नी मनोज कुमार मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के बंजरया गांव की रहने वाली है। झांसी के शंकरगढ़ गांव में उसका मायका है। सुमन के पिता भानसिंह कुशवाहा ने बताया कि 14 साल पहले बेटी सुमन की शादी हुई थी। 3 बेटियों के बाद एक साल पहले सुमन ने बेटे को जन्म दिया था। अब बेटी नसबंदी ऑपरेशन कराना चाहती था। गांव में आशा परिचित की थी। एक माह पहले आशा ने घर आकर बताया कि बड़ागांव में नसबंदी ऑपरेशन का कैंप लग रहा है। तब बेटी ने भी ऑपरेशन कराने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा दिया था। सोमवार को वह अपने पति मनोज के साथ मायके आ गई थी। ऑपरेशन के बाद कमर में दर्द हुआ
पिता ने आगे बताया कि मंगलवार शाम करीब 5 बजे बड़ागांव सीएससी में कैंप के अंदर बेटी सुमन का नसबंदी ऑपरेशन हुआ। इसके बाद डॉक्टरों ने छुट्टी कर दी। हम लोग बेटी को लेकर रात 8:30 बजे घर पहुंच गए। रात 2 बजे अचानक बेटी की कमर में दर्द हुआ तो उसे बैठा लिया। थोड़ी देर बाद आराम मिल गया। अलसुबह 4 बजे फिर दर्द होने लगा। बेटी बोली कि रोटी खाना है। तब रोटी बनवाई, लेकिन वो खाना खा पाती, इससे पहले ही बेहोश हो गई। आनन फानन में उसे मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां पर डॉक्टरों ने बेटी को मृत घोषित कर दिया। पिता ने बताया कि बेटी सुमन हंसते खेलते हुए आई थी। ऑपरेशन की वजह से उसकी जान गई है। गाड़ियों में भरकर थाने पहुंचे लोग
सुमन की मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए। मायके और ससुराल पक्ष के लोग गाड़ियों में भरकर बड़ागांव थाने पहुंच गए और कार्रवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव कर लिया। सूचना पर पुलिस अधिकारी आ गए और कार्रवाई का भरोसा दिया। तब परिजनों का गुस्सा शांत हुआ। कैंप में 30 महिलाओं के ऑपरेशन हुए थे बड़ागांव सीएचसी के डॉक्टर सुनील पांडेय ने बताया कि 34 पेसेंट नसबंदी के लिए रजिटर्ड हुए थे। जिसमें से 4 रिजेक्ट हो गए थे। 30 महिलाओं की सर्जरी हुई थी। सुमन कुशवाहा का बीपी सही था। हीमोग्लोबिन भी 9.8 था। सर्जरी के लिए सुमन स्वस्थ्य थी। इसलिए ऑपरेशन किया गया। इसके बाद पेट में दर्द या किसी तरह की शिकायत नहीं थी। रात ढाई बजे उसने खाने के लिए मांगा तो दिक्कत हुई। मौत का कारण क्या है, इसका पता पोस्टमार्टम में चलेगा।