डायबिटीज, बीपी जैसे गंभीर रोगों से जूझ रहे मरीजों की समस्याएं सर्दी में बढ़ सकती हैं। किडनी या यूरोलॉजी की समस्याओं से जुड़े मरीजों को बेहद अलर्ट रहने की जरूरत है। कार्डियक डिजीज या कोरोनरी आर्टरी डिजीज वाले मरीजों में ठंड के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में यदि पहले से डायबिटीज की समस्या है, तो हालत और गंभीर हो जाती है। उन्हें ब्रेन हैमरेज या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ये कहना है KGMU के यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विश्वजीत सिंह सिंह का। डॉ. सिंह कहते हैं कि कई बार हार्ट अटैक या एनजाइना पेन होने पर जब मरीज अस्पताल में पहुंचता है, तो जांच के दौरान पता चलता है, कि उसकी किडनी में भी समस्या आ गई है। इन मरीजों की एंजियोग्राफी करने में भी परेशानी आती है। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 73वें एपिसोड में चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विश्वजीत सिंह से बातचीत… प्रोफेसर विश्वजीत कहते हैं, कि डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों को ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। सीनियर सिटिजन को विशेष तौर पर सजग रहना चाहिए। पहले से जो दवाएं चल रही हैं। उसके लिए एक बार अपने डॉक्टर से कंसल्ट कर लें। ठंड के दौरान यदि उसमें कोई बदलाव हो तो उसे अमल में लाएं। सबसे अहम बात इस दौरान डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा या प्रिस्क्रिप्शन में कोई लापरवाही न बरतें। बिना एक्सपर्ट डॉक्टर की परामर्श के दवा को लेकर कोई बदलाव न करें। देखें पूरा वीडियो…