रायबरेली। जिले में हाड़ कपा देने वाली शर्द हवाओं से ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ठंड से बचाव के लिए जिले में कुल 18 रैन बसेरे बनाए गए हैं, जिन्हें नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों द्वारा स्थापित किया गया है। इन रैन बसेरों का उद्देश्य ठंड में ठहरे राहगीरों को अस्थायी ठहरने की जगह देना है। सदर तहसील में बनाए गए तीन रैन बसेरे सदर तहसील में रैन बसेरों की व्यवस्था के तहत कुल तीन स्थानों पर आश्रय गृह बनाए गए हैं। ये रैन बसेरे बस स्टॉप, अस्पताल चौराहा और रेलवे स्टेशन पर स्थित हैं, ताकि राहगीरों को ठंड से बचाव की सुविधा मिल सके। लालगंज तहसील में रैन बसेरों का निरीक्षण इस क्रम में उप जिलाधिकारी लालगंज, नवदीप शुक्ला ने अपने तहसील क्षेत्र में बने दो नगर पंचायतों और गेगासों रैन बसेरों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने रैन बसेरों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जिसमें साफ सफाई, कंबल, चारपाई, रजाई की उपलब्धता और उपस्थिति रजिस्टर की जांच की। राहगीरों की जानकारी और अलाव व्यवस्था की जांच निरीक्षण के दौरान, उप जिलाधिकारी ने रैन बसेरों में ठहरे हुए प्रत्येक राहगीर की जानकारी ली और उनके हाल-चाल पूछे। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को निर्देश दिया कि किसी भी राहगीर को ठंड से किसी प्रकार की समस्या न हो और अलाव के लिए पर्याप्त लकड़ी की व्यवस्था की जाए। रैन बसेरों में लोकल व्यक्तियों का ठहराव वर्जित उप जिलाधिकारी ने रैन बसेरों में स्थानीय व्यक्तियों का ठहराव न हो, इस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि रैन बसेरा में ठहरने वाले हर व्यक्ति का पहचान पत्र चेक किया जाए और रजिस्टर पर उनके विवरण जैसे आधार कार्ड और मोबाइल नंबर अंकित किए जाएं। कर्मचारियों की ड्यूटी और सुरक्षा व्यवस्था रैन बसेरों में कर्मचारियों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगाई गई है, जिसमें हर कर्मचारी आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेगा। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि अनावश्यक व्यक्तियों का रैन बसेरों में प्रवेश वर्जित रहेगा। इस दौरान नगर पालिका ईओ, तहसीलदार सदर और अन्य अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहे।