लखनऊ में पैरामेडिकल एडमिशन के नाम पर होम्योपैथिक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह का अपहरण करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया। STF ने मास्टरमाइंड समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गैंग ने डॉक्टर को उनकी ही कार में किडनैप करके 400 किमी तक घुमाया और 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। कैसे हुई साजिश की प्लानिंग?
गिरोह का मास्टरमाइंड रामबाबू वर्मा है, जो गोंडा का रहने वाला है। आर्थिक तंगी से परेशान था। उसने अपने साथी राजन कुमार से पैसे कमाने का तरीका पूछा। राजन ने बताया कि डॉक्टर सुरेंद्र कुमार पैरामेडिकल एडमिशन कराने में सक्रिय हैं और कमीशन लेते हैं। राजन ने डॉक्टर की गतिविधियों की जानकारी देते हुए सुझाव दिया कि अगर उनका अपहरण किया जाए, तो उनसे बड़ी रकम वसूली जा सकती है। डॉक्टर के मकान में पहले किरायेदार रह चुके राजन कुमार ने गिरोह को विश्वास दिलाया कि डॉक्टर एडमिशन के नाम पर बुलाने पर किसी भी समय आने को तैयार हो जाएंगे। इसी योजना के तहत राजन ने डॉक्टर को फोन किया और डी-फार्मा में 5 छात्रों के एडमिशन के बहाने मिलने बुलाया। डॉक्टर की कार में ही किया था किडनैप
8 दिसंबर को डॉक्टर सुरेंद्र कुमार को अयोध्या रोड पर बुलाया गया। जैसे ही डॉक्टर अपनी कार से मिलने पहुंचे, गिरोह ने पिस्टल के बल पर उन्हें बंधक बना लिया। अपराधियों ने डॉक्टर को उनकी ही गाड़ी में बैठाया और अयोध्या ले गए। वहां गोंडा और बस्ती जिलों में घुमाते रहे। इस दौरान, आरोपियों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की और 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। डर के कारण डॉक्टर ने अपने दामाद और दोस्तों से 9 लाख रुपए मंगवाए। इसमें से 7 लाख रुपए अपराधियों ने अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए। कैसे हुई गिरफ्तारी
8 दिसंबर को डॉक्टर की किडनैपिंग हुई। 9 दिसंबर को फिरौती की रकम ट्रांसफर कराई। 10 दिसंबर को डॉक्टर ने केस दर्ज कराया। 13 दिसंबर को STF को सूचना मिली कि आरोपी किसान पथ स्थित गोयल हाइट्स के पास मौजूद हैं। टीम ने घेराबंदी की और मास्टरमाइंड रामबाबू वर्मा और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया। डॉक्टर को क्यों बनाया गया टारगेट
डॉक्टर सुरेंद्र कुमार पैरामेडिकल और मेडिकल कोर्स में एडमिशन कराने में सक्रिय थे। उन्हें बुलाना आसान था, क्योंकि वे किसी भी समय मिलने आ सकते थे। राजन कुमार ने गिरोह को बताया कि डॉक्टर एडमिशन के नाम पर मोटी रकम कमाते हैं, जिससे उन्हें फिरौती में बड़ी रकम वसूली जा सकती है। अपराधियों का तरीका
गिरोह ने डॉक्टर को एडमिशन की बात कहकर बुलाया। जैसे ही डॉक्टर गाड़ी में बैठे, उन्हें पिस्टल के बल पर बंधक बना लिया गया। अपराधियों ने डॉक्टर को उनके ही मोबाइल से फिरौती की रकम ट्रांसफर करवाई और 10 दिसंबर की रात को तिवारीगंज में डॉक्टर उनके चंगुल से निकल पाए। गिरफ्तारी और बरामदगी
STF ने गोयल हाइट्स के पास से मास्टरमाइंड रामबाबू वर्मा और उसके साथियों राजन कुमार, अमित कुमार, और राज कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 1.13 लाख रुपए, एक इर्टिगा कार, चार मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया गया। ……………………….. यह भी पढ़ें
लखनऊ से किडनैप डॉक्टर को अयोध्या-बस्ती में घुमाते रहे बदमाश:₹20 लाख फिरौती मांगी, पैरामेडिकल में एडमिशन की बात कहकर फंसाया लखनऊ में डॉक्टर को किडनैप करके 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। 7 लाख रुपए डॉक्टर ने ट्रांसफर भी कर दिए। रास्ते में कार पंचर होने पर जब बदमाश बाहर निकले तो डॉक्टर पंचर कार लेकर वहां से भाग निकले। 48 घंटे बाद पुलिस को सूचना दी। मामला बीबीडी थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर…