रायबरेली में सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए आबकारी विभाग ने कच्ची शराब के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने गांवों के बाजारों, नालों, तालाबों और घरों में धधक रही अवैध कच्ची शराब की भट्ठियों को नेस्तनाबूद करते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। यह मामला रायबरेली के गुरुबक्शगंज थाना क्षेत्र का है, जहां कच्ची शराब बनाने और बेचने का एक वायरल वीडियो सामने आया था। इस पर कार्रवाई करते हुए आबकारी टीम ने दुर्गागंज, कोरिहर, मोती का पुरवा और ग्राम गोझारी, आशा राम का पुरवा सहित अन्य गांवों में दबिश दी। इस दौरान लगभग 135 लीटर अवैध कच्ची शराब और 500 किलो महुआ लहन बरामद किया गया। महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज
विभाग द्वारा मौके पर लहन को नष्ट कर दिया गया और कच्ची शराब बनाने के आरोप में 6 महिलाओं के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। अधिकारियों ने बताया कि बीट सिपाहियों को भविष्य में उक्त गांवों में सतर्क दृष्टि रखने और अवैध शराब निर्माण/बिक्री की सूचना मिलने पर तुरंत प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आबकारी विभाग का सख्त रुख
जिला आबकारी अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायतों के बाद त्वरित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा, “हमारे उप निरीक्षक लगातार क्षेत्र में निगरानी रख रहे हैं और अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। सोशल मीडिया या ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है और तुरंत कार्रवाई की जा रही है।” भविष्य में कड़ी निगरानी
आबकारी विभाग ने यह भी बताया कि आने वाले समय में इन गांवों में कच्ची शराब के निर्माण और बिक्री पर पूरी तरह से निगरानी रखी जाएगी। इसके साथ ही विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को अवैध कच्ची शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं।