मुज़फ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र में देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक दलित व्यक्ति की रॉड से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान इलाके के मोहन कुमार 27 वर्ष के रूप में हुई है। घटना देर रात 1:00 की बताई जा रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भिजवा दिया है। मोहन अपने पड़ोस में ही बुद्धन के घर गया था वहां पर और भी व्यक्ति बैठे नशा कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी दौरान मोहन के सर पर लोहे की राड से वार कर दिए जिससे मोहन की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपियों ने युवक के शव को घर के बाहर खींच कर सड़क पर डाल दिया। पुलिस द्वारा फिलहाल चार लोगों को हिरासत में लिया गया है पूछताछ की जा रही है। चोरी, लूट और डकैती की घटनाएं
भोपा में अपराधों की सूची यहीं नहीं रुकती। कई दिनों से इलाके में लगातार चोरी, लूट और डकैती की घटनाएँ हो रही हैं। बीती शाम ही एक फाइनेंस कर्मचारी से डेढ़ लाख रुपये की लूट की घटना सामने आई थी, जिसे कुछ बदमाशों ने हथियार के बल पर अंजाम दिया। पीड़ित कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए बदमाशों से हाथ जोड़ता रहा, लेकिन फिर भी उसकी मेहनत की कमाई छिन गई। हालांकि पुलिस के अधिकारी लूट की घटना की जांच में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक लुटेरों का कोई पता नहीं चला है। साथ ही, इलाके में और भी कई चोरी और डकैती की वारदातें हो चुकी हैं, जिनका खुलासा होना बाकी है। पुलिस को चुनौती
घटनाओं के बढ़ते सिलसिले को देखकर यह कहा जा सकता है कि अपराधी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुके हैं। आरोपी दिनदहाड़े वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस के लिए उनकी पहचान और गिरफ्तारी करना मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ पहले कभी नहीं होती थीं, लेकिन अब लगातार वारदातों के कारण भय का माहौल बन चुका है। थानेदार की कुर्सी संभालते ही वारदातों में बढ़ोतरी
जिले के भोपा थाना क्षेत्र में नए थानेदार की नियुक्ति के बाद से अपराधों में और भी इजाफा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि थानेदार की कुर्सी संभालने के बाद से अपराधियों में भय का माहौल कम हो गया है और वे खुलकर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। नए थानेदार का कार्यकाल इस लिहाज से बहुत चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है, क्योंकि उन्हें अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी है। थाना भोपा: अपराध का गढ़
भोपा थाना क्षेत्र अब अपराधियों का अड्डा बन चुका है। चोरी, लूट, डकैती और हत्या जैसी घटनाएँ इस इलाके में एक आम बात बन गई हैं। इलाके के लोग अब खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा के प्रति पुलिस का रवैया नकारात्मक होता जा रहा है, जिससे अपराधियों का हौसला और बढ़ रहा है। नतीजा: पुलिस की सक्रियता की कमी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे सभी मामलों की जांच कर रहे हैं और जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा। हालांकि, लगातार हो रही वारदातों को देखकर यह सवाल उठता है कि पुलिस की सक्रियता में कमी क्यों आ रही है। इलाके में बढ़ते अपराधों के मद्देनज़र प्रशासन से एक ठोस कदम उठाने की मांग तेज़ हो गई है, ताकि भोपा क्षेत्र को अपराधमुक्त किया जा सके।