रायबरेली में रबी बुआई का सीजन शुरू होते ही किसानों की परेशानियां बढ़ गई हैं। नहरों के संचालन में देरी होने के कारण किसान पलेवा करने के लिए पानी नहीं जुटा पा रहे हैं। लालगंज और सरेनी क्षेत्र में नहरों में पानी न आने से किसानों को गेहूं की बुआई के लिए खेतों का पलेवा करने में कठिनाई हो रही है। अचानक मौसम बदलाव ने बढ़ाई परेशानियां
मौसम में अचानक बदलाव के कारण किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। गेहूं और सरसों की बुवाई के लिए खेतों में पलेवा करना जरूरी है, लेकिन नहरों में पानी की कमी के कारण किसान इसकी तैयारी नहीं कर पा रहे हैं। लालगंज और सरेनी क्षेत्र के लगभग 70 फीसदी भू-भाग की सिंचाई नहरों और रजबाहों के माध्यम से होती है, लेकिन नहरों में पानी न होने के कारण रजबाहों में भी पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पिछले छह महीनों से नहरों में पानी नहीं आया है, जिसके कारण रजबाहे सूख गए हैं और किसानों को सिंचाई में समस्या हो रही है। सिंचाई विभाग ने दी जल्द समाधान की उम्मीद
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि शारदा नहर में पानी आ चुका है और जल्द ही ग्रामीण क्षेत्रों की नहरों और माइनर में पानी पहुंच जाएगा। जिन रजबाहों और शील्ड की सफाई नहीं हो पाई थी, उनकी सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। शिकायतों का समाधान न मिलने से हताशा
किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कई वर्षों से जिले स्तर के अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। इस स्थिति में किसान अपनी साल भर की मेहनत का हिस्सा कैसे पैदा करेंगे, यह एक गंभीर सवाल बन गया है।