दादा नगर पनकी साइट-5 में नहर की सफाई के दौरान सीयूजीएल की पाइप लाइन फट गई। पोकलैंड मशीन जैसे ही नहर की तली तक पहुंची लाइन से गैस रिसने से बढ़ा फव्वारा उठने लगा। इंडस्ट्रियल क्षेत्र में गैस पाइप फटते ही हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लीकेज को बंद कर आपूर्ति सामान्य की गई। आनन-फानन में सप्लाई की गई बंद
आनन-फानन में सिंचाई विभाग ने सीयूजीएल के इमरजेंसी नंबर पर फोन किया। जिसके बाद मौके पर पहुंची सीयूजीएल टीम ने सप्लाई को बंद कर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। इस दौरान नहर का पानी पूरी तरह से रोक दिया गया। देर शाम को सीयूजीएल की टीम ने पाइप लाइन की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया। इस दौरान पाइप से गैस की सप्लाई पूरी तरह से बाधित रही। पानी के साथ मिलकर फटी लाइन
सिंचाई विभाग नहर की सफाई कर रहा है। औद्योगिक क्षेत्र पनकी साइट 5 में पुल के पास विभाग सफाई करवा रहा था। पोकलैंड मशीन जैसे ही नहर की तली में सफाई करने पहुंची यहां नहर के नीचे से कई सीयूजीएल की पाइप लाइन फट गई। इस दौरान गैस पानी के साथ मिलकर फव्वारे में बदल गई। अधिकारी समझते रहे पेयजल लाइन फटी
काफी देर तक अधिकारी यह समझते रहे कि कोई पेयजल व अन्य लाइन फटी है। लेकिन, जब पता चला कि यह गैस पाइप लाइन है अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीयूजीएल के इमरजेंसी नंबर पर फोन कर पाइप लाइन फटने की जानकारी दी गई। बिना परमीशन लिए डाल दी गैस लाइन
सिंचाई विभाग के जेई गोविंद ने बताया कि सीयूजीएल ने सिंचाई विभाग से बिना एनओसी लिये ही नहर के नीचे से मशीन द्वारा गैस लाइन निकाल दी है। जिसकी जानकारी नहर विभाग को नहीं है। उन्होंने बताया कि विभाग ने गैस पाइप का कोई बोर्ड भी नहीं लगाया है। नहर की सफाई के दौरान पाइप लाइन फट गई है, बड़ा हादसा होने से बचा है। सहायक अभियंता अजय राव ने बताया कि आस-पास के लोगों से जानकारी में पता चला कि 2011 में यह पाइप लाइन डाली गई है। इसको लेकर सीयूजीएल को नोटिस दी जा रही है।