महराजगंज में निषाद पार्टी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या मामले में नए तथ्य सामने आए हैं। रविवार सुबह कमरे में फांसी लगाकर जान देने वाले धर्मात्मा ने मृत्यु से पहले फेसबुक पर एक पोस्ट किया था। इस पोस्ट में उन्होंने कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद, उनके पुत्र पूर्व सांसद प्रवीण निषाद और चौरी-चौरा विधायक श्रवण निषाद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसको लेकर कानपुर देहात में एक कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने इस घटना पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि धर्मात्मा पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे। उनका उनसे विशेष लगाव था। मंत्री ने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गंभीर आपत्ति जताई। जिसे उन्होंने असत्य बताया। उनका कहना था कि धर्मात्मा ऐसी पोस्ट नहीं कर सकते। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। वे जानना चाहते हैं कि धर्मात्मा ने आत्महत्या क्यों की। उनके सोशल मीडिया अकाउंट से विवादित पोस्ट किसने की। जांच से यह भी स्पष्ट होगा कि क्या यह पार्टी की छवि खराब करने का कोई षड्यंत्र था। हम सबकी छवि धूमिल करने का प्रयास कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि धर्मात्मा निषाद मेरे पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे। जिनके आत्महत्या कर लिए जाने की सूचना से मैं स्तब्ध हूं। धर्मात्मा का निधन बेहद दुःखद और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं की उनकी पवित्र आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। मैंने हमेशा धर्मात्मा का अपने स्तर से हर संभव सहयोग किया है। लेकिन इस दौरान धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया अकॉउंट से मेरे और मेरे परिजनों के खिलाफ एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से असत्य टिप्पणी की गई है। मुझे पूरा भरोसा है कि धर्मात्मा ये कभी नहीं कर सकते। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं। ताकि सच सामने आए कि आखिर धर्मात्मा ने किन प्रस्थितियों में ये कदम उठाया और किस व्यक्ति द्वारा ये पोस्ट कर हम सबकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।
