नोएडा में करीब 200 अवैध इमारत को नोटिस जारी किया गया है। इन सभी को दो से तीन बार नोटिस जारी किए जा चुके है। अब इनको ध्वस्त किया जाएगा। पहले फेज में बरौला की 12 इमारतों को चिह्नित किया गया। जिनको अंतिम नोटिस जारी कर 15 दिन में अपना पक्ष रखने का समय दिया गया था। इसकी मियाद पूरी होने जा रही है। इन इमारतों में शो रूम, फ्लैट बने है। जिनमें सैकड़ों लोग रह रहे है। शहर में सरकारी जमीन पर काफी संख्या में ऊंची इमारतें बन चुकी हैं। ये जमीन प्राधिकरण अधिसूचित है। एक-दो मंजिल बन जाने पर नोएडा प्राधिकरण अपने स्तर से इनको गिरा देता है। इससे अधिक ऊंची बन जाने पर सीलिंग के अलावा कोई कार्रवाई नहीं हो पाती है। ऐसे में इस साल के शुरुआत में ऊंची इमारतों को तोड़ने के लिए एजेंसी चयन करने को टेंडर जारी किया गया। इसके लिए सबसे पहली शुरुआत प्राधिकरण के वर्क सर्किल-3 के जरिये की गई। वर्क सर्किल-3 ने टेंडर जारी किया। इमारत क्यों नहीं तोड़ी जाए मांगा गया पक्ष
मई में टेंडर प्रक्रिया के तहत आर चावला नामक एजेंसी का चयन किया गया। बरौला गांव में हनुमान मंदिर की तरफ स्थित करीब 12 इमारतों को तोड़ने का जिम्मा दिया गया। इस साल मई में एजेंसी का चयन करने के बाद प्राधिकरण ने मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस बीच संबंधित इमारतों के मालिक सूरजपुर स्थित कोर्ट चले गए। कोर्ट ने प्राधिकरण की कार्रवाई पर रोक लगा दी। इसके साथ ही आदेश दिया कि संबंधित इमारत के मालिकों का पक्ष सुनें। इसके बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। अब प्राधिकरण ने मालिकों को अपना पक्ष रखने के लिए अंतिम नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि मालिकों के सामने नहीं आने या उनके पक्ष से संतुष्ट नहीं होने पर तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर फोर्स मांगी गई है। शहर के 22 सेक्टर में अवैध कॉलोनियां कट रहीं
नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र के 22 सेक्टरों और पांच गांवों में बड़े पैमाने पर अवैध कॉलोनियां काटकर लोगों को ठगा जा रहा है। इन सेक्टरों और गांवों की सूची नोएडा प्राधिकरण की ओर से जारी की जा चुकी है। नोएडा प्राधिकरण की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि सेक्टर-82, 91, 92, 93, 93ए, 93बी, 101, 102, 104, 105, 106, 107, 108. 110, 136, 137, 141, 142, 143, 143ए, 143बी, 144, गांव सलारपुर, हाजीपुर, गेझा तिलपताबाद, भंगेल बेगमपुर, गढ़ी और शाहदरा में अवैध रूप से प्लॉटिंग हो रही है। 60 इमारतों पर लिखा है “यह बिल्डिंग अवैध है” “यह बिल्डिंग अवैध है”। खास ये है कि इन इमारतों में सालों से लोग रह रहे है। इमारत बनी है जिसमें पार्किंग से लेकर बिजली का कनेक्शन भी है। लेकिन ये जमीन प्राधिकरण की अधिसूचित क्षेत्र में आती है। बिना प्राधिकरण की अनुमति लिए इनका निर्माण किया गया। भू माफियाओं ने इन जमीनों को किसानों से खरीदा या कब्जा किया। कई लोगों ने इनको सफेद रंग से पोत दिया। इसके बाद दोबारा से नोटिस दिया गया। अलग-अलग सर्किल में करीब 60 इमारतों पर अवैध निर्माण लिखा गया है। इसमें से 70 प्रतिशत इमारत में लोग रह रहे है। ये इमारत नोएडा के बरौला, हाजीपुर , सोरखा जाहिदाबाद और अन्य स्थानों और गांव में है।