दिल्ली, गाजियाबाद और गुरुग्राम समेत एनसीआर के अन्य शहरों से आकर हाईस्पीड बाइक से एक्सप्रेसवे पर रेसिंग और स्टंट करने पहुंचे बाइकर्स की 79 हाईस्पीड बाइकर्स को पकड़ा गया। बाइकर्स को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। अभियान में यातायात पुलिस ने भी सहयोग किया। एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि यातायात और स्थानीय पुलिस ने तेज गति से वाहन चलाने वाले बाइकर्स गैंग के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया। इस दौरान 79 बाइकों का चालान किया गया और वाहन चालकों को सख्त चेतावनी दी गई कि यदि वे दोबारा एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार से वाहन चलाते पाए गए, तो उनके खिलाफ और कठोर कार्रवाई की जाएगी। अभियान का नेतृत्व नोएडा जोन के एसीपी प्रवीण सिंह और ग्रेटर नोएडा जोन के एसीपी पवन कुमार ने किया। सभी एंट्री पाइंट पर की गई चैकिंग पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर, यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के जीरो पाइंट पर बैरिकेड लगाकर वाहनों की जांच की। बाइकर्स को रोककर उनकी गाड़ियों का चालान किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तेज रफ्तार और शोरगुल करने वाले बाइकर्स के कारण अन्य वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यमुना एक्सप्रेस वे के जेवर तक जाता है गैंग यह गैंग दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर टोल तक जाती है और फिर वहां से लौटती है। इन बाइकों की रफ्तार और आवाज इतनी तेज होती है कि यह सड़क पर अन्य वाहन चालकों के लिए खतरा बन जाती हैं। इससे पहले भी ऐसे बाइकर्स पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन बावजूद इसके ये लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। बाइकर्स गैंग के कारण न केवल सड़क सुरक्षा प्रभावित होती है, बल्कि तेज आवाज के कारण यातायात में व्यवधान भी उत्पन्न होता है। गैंग में शिक्षक और कारोबारी भी शामिल
पुलिस ने जिन युवकों के खिलाफ रेसिंग और स्टंट करने के मामले में एक्शन लिया है। उनमें दो शिक्षक,छह कारोबारी, दो छात्र, 29 निजी कंपनियों में काम करने वाले हैं। अन्य अलग-अलग काम करते हैं। पूछताछ में सभी ने बताया कि वे हर रविवार को राइडिंग, रेसिंग और स्टंट के लिए नोएडा की सीमा में दाखिल होते हैं। नोएडा व यमुना एक्सप्रेस वे पर बाइक को तेजी व लापरवाही से चलाते हुए हुडदंग मचाया जाता है, जिससे आम जन मानस के जीवन को खतरा उत्पन्न होता है।