GSVM मेडिकल कॉलेज, कानपुर में चल रही 30वें राष्ट्रीय मेनोपॉज सम्मेलन (IMSCON 2025) के दूसरे दिन शनिवार को महिलाओं का सतर्क रहने की सलाह दी गई। इंडियन मेनोपॉज सोसाइटी के तत्वाधान में कानपुर मेनोपॉज सोसायटी के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा हैं। महिलाओं को सशक्त बनाना है इस वर्ष का थीम “मेनोपॉज जागरूकता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना” रखा गया है, जिसके अंतर्गत मेनोपॉज से जुड़े शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक बदलावों, उनके समाधान, आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और जीवनशैली सुधारों पर विस्तृत चर्चा हुई। इन लोगों ने चर्चा में लिया हिस्सा इस सम्मेलन में देश-विदेश के प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ, एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अंजू सोनी, डॉ. दूरू शाह, डॉ. सुनीला खंडेलवाल, डॉ. सोनिया मलिक, डॉ. अनिता जे. शाह, डॉ. मनिंदर आहूजा, डॉ. एच आर पटनायक, डॉ. जिग्नेश शाह, डॉ. शोभना मोहनदास, डॉ. अतुल मुंशी, डॉ. पुष्पा सेठी, डॉ. सुधा शर्मा, डॉ. बिपाशा सेन, डॉ. मीता सिंह, डॉ. अश्विनी गांधी, डॉ. वाई प्रदीप, डॉ. आरती गुप्ता, डॉ. रागिनी अग्रवाल, डॉ. जमुना देवी, डॉ. हेफ्जीबाह, डॉ. लक्ष्मी रत्ना, डॉ. शीला माने एवं ग्लासगो, लन्दन से डॉ. मैरी एन. लुमब्सडन ने प्रतिभाग किया। हार्मोनल बदलाव समेत अन्य चुनौतियां आती है डॉ. मीता सिंह ने कहा कि मेनोपॉज महिलाओं के जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें हार्मोनल बदलाव, हड्डियों की कमजोरी, हृदय स्वास्थ्य, मानसिक तनाव और जीवनशैली से जुड़ी कई चुनौतियां सामने आती हैं। IMSCON-2025 में इन सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई जैसे हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) और उसके विकल्प, मेनोपॉज और हृदय स्वास्थ्य, ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों की कमजोरी) से बचाव, मेनोपॉज के दौरान मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन, स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार, मेनोपॉज के बाद कैंसर के खतरे और स्क्रीनिंग उपाय, मेनोपॉज के बाद यौन स्वास्थ्य और दांपत्य जीवन आदि। आधुनिक उपचार के बारे में बताया डॉ. सुनीला खंडेलवाल ने कहा कि यह सम्मेलन केवल महिलाओं की मेनोपॉज में होने वाली समस्याओं के समाधान तक ही केंद्रित नहीं हैं, बल्कि आधुनिक उपचार और बेहतर जीवनशैली अपनाने के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हुआ आयोजन शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसकी मुख्य अतिथि भाजपा विधायक नीलिमा कटियार रहीं। इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आई हुई महिला डॉक्टरों ने विभिन्नता में एकता थीम पर अपने नृत्य एवं गायन की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनीता अवस्थी, डॉ. सीमा द्विवेदी एवं डॉ सुभी बरियानी ने किया। ये लोग भी रही मौजूद कार्यक्रम में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की एचओडी डॉ. रेनू गुप्ता, डॉ. पायिका लाल, डॉ. गरिमा गुप्ता, डॉ. दिव्या द्विवेदी, डॉ. प्रतिमा वर्मा, डॉ. बंदना शर्मा, डॉ. संगीता आर्य का विशेष सहयोग रहा।
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