न्यू ईयर के जश्न में अगर हुड़दंग किया, शराब पीकर सड़क पर बबाल किया, तो पुलिस ऐसे हुड़दंगियों पर ऑपरेशन त्रिनेत्र के जरिए नजर रखेगी और ऐसे लोगों पर शिकंजा कसेगी। उत्तर प्रदेश शासन की मंशा और डीजीपी के निर्देश पर बरेली जोन पुलिस कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने में जुटी है। अपराधियों और गुंडा-माफियाओं के खिलाफ जारी कड़ी कार्रवाई के तहत बरेली जोन पुलिस ने ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ नामक एक विशेष अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य हत्या, लूट, डकैती और अन्य गंभीर अपराधों में संलिप्त अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी को तेज करना है। 27 से 31 जनवरी तक जोन के सभी नौ जिलों में चल रहा है विशेष अभियान एडीजी जोन रमित शर्मा के निर्देश पर बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा और बिजनौर में 27 दिसंबर से लेकर 31 जनवरी तक यह अभियान जारी रहेगा। इस दौरान पुलिस प्रशासन हर जिले में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाएगा, जो कंट्रोल रूम से सीधे जुड़ेंगे। ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों की पहचान कर वहां भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, और जहां पहले से लगे कैमरे खराब हैं, उनका सत्यापन कर नए कैमरे लगाए जाएंगे। कंट्रोल रूम से सीधे कनेक्ट होंगे सीसीटीवी, ब्लैक स्पॉट किए जाएंगे चिन्हित एडीजी जोन रमित शर्मा ने बरेली, बदायूं और मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और अन्य जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि जुलाई माह में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के जरिए अपराध नियंत्रण में सुधार हुआ था। इस सफलता को ध्यान में रखते हुए, अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और उन्हें कंट्रोल रूम से जोड़ा जाए ताकि अपराधियों का डेटा और डिजिटल साक्ष्य जुटाने में आसानी हो। आम लोगों से अच्छा व्यवहार सुनिश्चित करें एडीजी ने यह भी निर्देशित किया कि पुलिस को आम जनता के साथ मित्रवत और शालीन व्यवहार रखना चाहिए। लोगों को डर या हिचकिचाहट के बिना पुलिस से संपर्क करना चाहिए, ताकि वे अपनी समस्याओं और अपराधों की जानकारी बिना किसी भय के दे सकें। पुलिस को समाज के हर वर्ग के लोगों से संवाद स्थापित करना चाहिए, जिससे अपराधियों और समाज विरोधी तत्वों के बारे में जानकारी मिल सके और कार्रवाई की जा सके। ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत पुलिस की यह रणनीति जिलेभर में अपराधियों के खिलाफ एक मजबूत शिकंजा कसेगी और अपराधों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।