गोंडा के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में पर्यावरणीय समिति और गंगा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान डीएम ने पर्यावरण संरक्षण और अवैध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने पार्वती अरगा पक्षी विहार से टिकरी शाखा नहर को जोड़ने के लिए स्वीकृति मिलने की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र इस कार्य को प्रारंभ करने के आदेश दिए, ताकि क्षेत्र में जलस्तर को बनाए रखा जा सके। इसके साथ ही डीएम ने नगरपालिका गोंडा को आदेश दिया कि शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण समय पर किया जाए। खनन अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिले के सभी ईंट भट्ठों का निरीक्षण किया जाए ताकि कोई भी अवैध ईंट भट्ठा न चल सके। डीएम ने अवैध खनन पर कड़ी नजर रखने का निर्देश भी दिया और कहा कि जिले में कहीं भी अवैध रूप से मिट्टी खनन न होने पाए। 2024 में किए गए वृक्षारोपण की शत-प्रतिशत जीयो टैगिंग करने के निर्देश देते हुए डीएम ने कहा कि जो पौधे समाप्त हो गए हैं, उनके स्थान पर नए पौधे लगाए जाएं, ताकि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखा जा सके। इसके अलावा, जिलाधिकारी ने वेटलैंड्स के अतिक्रमण और जलकुंभी के निस्तारण की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों को आदेश दिया कि जलकुंभी का समुचित निस्तारण करने के लिए कृषि, मत्स्य और एनआरएलएम विभाग संयुक्त रूप से काम करें। डीएम ने सभी विभागों से शत-प्रतिशत जीयो टैगिंग और पौधारोपण की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया जाए।