आगरा में खेत पर सो रहे एक व्यक्ति की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए बेटे ने ही अपने पिता की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। 21 अक्टूबर 2024 को वादिया भूरी देवी पत्नी स्व. लाल सिंह ने थाना खेड़ा राठौर में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 15 अक्टूबर की रात उनके पति खेत पर रखवाली के लिए सो रहे थे। सुबह घर वाले चाय देने गए थे तो वे खून से लथपथ पड़े थे। भूरी देवी ने पड़ोसी गांव पुराबिरखे के रामज्ञान, भूरे लाल, प्रदीप और पवन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने षड्यंत्र के तहत कुल्हाड़ी से उनके पति पर हमला कर दिया। सुबह सूचना मिलने पर पुलिस को बुलाया गया और घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस संबंध में थाना खेड़ा राठौर में मुकदमा दर्ज किया गया। मां पर भी चलाई थी गोली
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट आगरा और पुलिस उपायुक्त (पूर्वी जोन) के निर्देशन में सहायक पुलिस आयुक्त बाह के नेतृत्व में पुलिस टीमों का गठन किया गया। डीसीपी ईस्ट अतुल शर्मा ने बताया कि बेटे सुभाष पर जांच के दौरान शक गहराया। पता चला कि 2006 में सुभाष ने अपने पड़ोसियों को फंसाने के लिए अपनी मां के पैर में गोली मारी थी। मुकदमा भी हुआ था। इसी आधार पर 20 दिसंबर को वादिया के पुत्र सुभाष को पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया। पूछताछ के दौरान सुभाष ने अपने पिता की हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। अभियुक्त सुभाष ने बताया कि उसका झगड़ा पड़ोसी रामज्ञान के परिवार से हुआ था। उसने रामज्ञान और उनके परिवार को फंसाने के लिए अपने पिता पर हमला करने की योजना बनाई। कुल्हाड़ी खरीद कर लाया था। घटना वाली रात उसने अंधेरे में कुल्हाड़ी से अपने पिता पर हमला किया। लेकिन गलती से वार उनके सिर पर लग गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। उसने ही अपनी मां से कहा था कि पिता पर पड़ोसियों ने हमला किया है। इसके बाद उसकी मां भूरी देवी ने रामज्ञान और उनके परिवार पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया था। सुभाष का कहना है कि कुछ दिन पहले पड़ोसियों के साथ हुए झगड़े में पड़ोसियों ने परिवार के साथ मारपीट की थी।