कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र में सोमवार देर शाम को खेलने के दौरान दो मासूम भाई-बहन पानी से भरे गड्ढे में गिर गए। पास में मौजूद मजदूरों ने दोनों को गड्ढे से बाहर निकालकर सीएचसी पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। मजदूर ने मासूमों को निकाला महोबा के महोकंठ थाना क्षेत्र के अमानपुरा गांव निवासी इलाही बक्श और उनकी पत्नी शबीरा खातून दो साल से काशीपुर के ईंट भट्टे पर मजदूरी कर रहे थे। सोमवार को वे ईंट पाथ रहे थे। जबकि उनका बेटा रमजान (10) और बेटी नाजरीन (7) पास ही खेल रहे थे। खेलते वक्त दोनों गड्ढे में गिर गए। गड्ढे में बच्चों को छटपटाते देख मजदूर हरपाल ने उन्हें बाहर निकालकर बाइक से अस्पताल ले गया। लेकिन मासूमों को बचाया न जा सका। भट्टा परिसर में 4 से 5 गड्ढे खुदवाए परिजनों के अनुसार, भट्टा मालिक ने परिसर में चार से पांच गड्ढे खुदवाए थे। करीब दो महीने से इलाही बक्श बच्चों के लिए खतरे की आशंका जताते हुए भट्टा मालिक से इन गड्ढों को हटाने की मांग कर रहे थे। लेकिन मालिक ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस लापरवाही के कारण उनके बच्चों की जान चली गई। रूरा थाना क्षेत्र के कार्यवाहक थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने बताया कि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल कर दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मामले की जांच की जा रही है। प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।