पीलीभीत में विद्युत विभाग द्वारा जर्जर विद्युत पोल बदलने के लिए युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के कारण करीब 12000 घरों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। विभाग ने जगह-जगह गड्ढे खोदे, जिसके चलते शहर के अलग-अलग मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति करने वाली 26 स्थानों की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। पाइपलाइन के टूटने से पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे जल संकट गहरा गया है और लोगों को पेयजल नहीं मिल पा रहा। पाइपलाइन की क्षति से बढ़ी समस्याएं विद्युत विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही के कारण क्षतिग्रस्त पाइपलाइन से पीलीभीत शहर में करीब 12000 घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इस कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन क्षेत्रों में पाइपलाइन टूटने से पानी की आपूर्ति बाधित हुई है, वहां के निवासियों का कहना है कि यह समस्या उनके लिए बहुत गंभीर हो गई है। बिना अनुमति के काम शुरू करने पर विवाद यह भी जानकारी सामने आई है कि विद्युत विभाग की कार्यदाई संस्था ने नगर पालिका से कोई अनुमति लिए बिना ही काम शुरू कर दिया था। इसके चलते पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और अब नगर पालिका ने विद्युत विभाग की कार्यदाई संस्था को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। बिना एनओसी के काम शुरू करने को लेकर प्रशासन ने कार्रवाई की चेतावनी दी है। जल कल प्रभारी का बयान नगर पालिका परिषद पीलीभीत के जल कल प्रभारी तारीक हसन ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विद्युत विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों से पेयजल पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हुई है और टीम इसे ठीक कर रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि बिना अनुमति के काम शुरू करने पर संबंधित संस्था को नोटिस जारी किया गया है।