उन्नाव के कानपुर लखनऊ हाइवे स्थित त्रिभुवन खेड़ा पुलिया की स्लेब धंसने के कारण बड़ा गड्ढा हो गया था, जिससे खेत जा रही एक युवती अनियंत्रित होकर उससे नीचे गिर गयी और वह जिंदगी मौत से लड़ रही है। अब एनएचएआई ने संज्ञान में लिया और पुलिया पर पत्थर का पैचवर्क करा दिया है। जानकारी के अनुसार त्रिभुवनखेड़ा निवासी फूलचन्द्र की बेटी नेहा खेत पर जाने के लिए त्रिभुवनखेड़ा पुलिया से होकर जा रही थी। पुलिया किनारे बने एक गड्ढ़े में पैर पड़ने से स्लेब धंस गई और युवती नीचे गहराई में जा गिरी। पुलिया के नीचे गिरने से युवती के हाथ व पैर में फ्रैक्चर आया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामला सोशल मीडिया पर बढा तो एनएचएआई विभाग के जिम्मेदार हरकत में आये। त्रिभुवन खेड़ा पुलिया पर बने गड्ढ़ों को बंद करने के लिए विभाग ने पत्थर ढाल कर मरम्मत कार्य किया। विभाग की पैचवर्क मरम्मत एक हादसे के बाद महज औपचारिकता की खाना पूरी है। जिंदगी मौत से जूझ रही युवती
हाइवे स्थित त्रिभुवन खेड़ा पुलिया से खेत जाने के दौरान नीचे गिरी नेहा की हालत गंभीर बनी हुई है और वह जिंदगी मौत से जूझ रही है। हालांकि की इलाज अभी जिला अस्पताल में चल रहा है। वाहनों के निकलने से कंपन कर रही पुलिया
त्रिभुवन खेड़ा पुलिया से प्रतिदिन हजारों की संख्या में वाहन निकलते हैं, पुलिया जर्जर होने के कारण छोटे-बड़े वाहनों के गुजरने से पुलिया में कंपन होता है। एनएचएआई विभाग की लापरवाही के कारण किसी ने हाइवे पर बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि पुलिया का स्ट्रैक्चर पूरी तरह से कमजोर हो चुका है।