गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बुधवार रात निवासी एसओ गजेंद्र सिंह भाटी को लाइन हाजिर कर दिया है। मंगलवार को निवाड़ी थाना क्षेत्र में गंगनहर पटरी पर पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर सूटकेस में मासूम का शव सूटकेस के अंदर मिला। बच्चे की हत्या कर शव फेंका गया। जहां बच्चे की पहचान के प्रयास में पुलिस जूटी है। इंस्पेक्टर प्रभुदयाल को भोजपुर से प्रभारी निरीक्षक निवाड़ी बनाया गया है। दरोगा अंकित कुमार को थाना वेव सिटी से थाना मोदीनगर की जिम्मेदारी दी गई है। गंगनहर किनारे झाड़ी में था सूटकेस निवाड़ी थाना क्षेत्र में गंगनहर पटरी किनारे पुलिस चौकी के पास मंगलवार को रेड कलर के कपड़े का सूटकेस मिला है। यह देहात इलाका है। गंगनहर की पटरी के किनारे आसपास के लोग यहां पैदल आ जाते हैं। सूटकेस को देखकर ग्रामीण रुक गए। इसे संदिग्ध मानकर देखा गया। मासूम रेड कलर की ऊनी जर्सी पहने हुए है। ब्लैक कलर की पेंट है। पैरों में शूज भी नहीं है। जिसकी साल के आसपास की उम्र है। नहीं हो सकी बच्चे के शव की पहचान ग्रामीण जब वहां से गुजर रहे थे, उनको एक लाल रंग का सूटकेस दिखा। जिसे कुत्तों का झुंड नोच रहा था। सूटकेस बंद होने की वजह ये पता नहीं चल सका। आखिर क्या था। शक पर पुलिस को कॉल की। तब तक ग्रामीणों ने कुत्तों के झुंड को भगाया। पुलिस के आने पर पता चला इसमें एक बच्चा है। पुलिस का कहना है कि बच्चे की उम्र 5 से 6 साल के आसपास लग रही है। गले के पास हल्का निशान मिला है। ऐसे में गला दबाकर हत्या होना पुलिस मान रही है। गंगनहर पटरी गाजियाबाद से मुरादनगर क्षेत्र से शुरू होकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, रुड़की के रास्ते हरिद्वार तक जाती है। यह बोले डीसीपी देहात डीसीपी देहात सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि बच्चे के शव की पहचान नहीं हो सकी है। निवाड़ी एसओ को लाइन हाजिर किया गया है। बच्चे का शव मिलने के अलावा पूर्व की घटना भी शामिल रही हैं।