नोएडा प्राधिकरण की हेलीकाप्टर से चार धाम की यात्रा कराने की योजना ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है। योजना के तहत प्राधिकरण ने नियाल यानी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को पत्र लिखकर सुझाव मांगे थे। लेकिन कंपनी ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया। प्लानिंग थी कि नियाल से सुझाव मिलने के बाद नोटिस इंवाइटिंग टेंडर( एनआईटी) में बदलाव करके ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। फिलहाल इस मामले में प्राधिकरण शासन से बातचीत करेगी। नोएडा की ये परियोजना सेक्टर-151ए में प्रस्तावित है। इसके निर्माण में 43.13 करोड़ रुपए खर्च कर किए जाने है। इसका डिजाइन बेल 412 (12 सीटर) के अनुसार तैयार किया गया है। हेलीपोर्ट में 5 बेल 412 के पार्किंग एप्रान की सुविधा होगी। इस हेलीपोर्ट में वीवीआईपी या आपात काल के समय 26 सिटर एमआई 172 भी उतारा जा सकेगा। हालांकि दो बार ग्लोबल टेंडर जारी करने के बाद भी सिर्फ एक कंपनी ही आई थी। ऐसे में तीसरी बार से इसकी नोटिस इनवाटिंग टेंडर (एनआईटी) में बदलाव कर टेंडर निकालने की योजना थी। कई अन्य कंपनियों के सुझाव के बाद भी नहीं मिली निर्माण कंपनी
हेलीपोर्ट निर्माण व संचालन कंपनियों को ये योजना इकोनॉमिक रूप ये वायबल नहीं लगी। इसमें टेंडर नियम शर्त को उनके सुझाव के आधार पर तैयार नहीं किया गया। जबकि कई बार प्राधिकरण कार्यालय पर हेलिकॉप्टर संचालन करने वाली कंपनियों को बुलाकर सुझाव लिया गया था, उनके सुझाव पर ठीक से अधिकारियों ने अमल नहीं किया। यही कारण रहा की कंपनियों ने टेंडर में रुचि नहीं दिखाई। दो बार ग्लोबल टेंडर जारी होने के बाद भी सिर्फ एक ही कंपनी आई। इन वजह से नहीं दिखा रही कंपनियां रुचि देश के इन शहरों में होना था हवाई सफर