गोसेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। हर तहसील पर गोशालाओं को मॉडल बनाने का कार्य शुरू किया जा रहा है। गाय गोद लेने वालों को भी सहूलियत देने का काम भी किया जाएगा। फिरोजाबाद पहुंचे उत्तर प्रदेश राज्य गोसेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने कहा कि गोशालाओं से गायों को गोद लेने वालों को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर युवा किसान गौशाला से चार गायों को लेकर उनका पालन पोषण करना चाहता है तो उसे नौकरी के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। युवा किसान सरकार से 50 रुपए प्रति गाय के हिसाब से पैसे लेकर उसके चारे का इंतजाम कर सकता है। वहीं उसके गोबर से गैस और जैविक खाद भी तैयार कर बेच सकता है। इसके लिए सरकार ऐसे युवाओं को ट्रेनिंग भी देगी। बोले- मेहनत करना जानता है युवा किसान
उन्होंने कहा कि गौशालाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार जहां पहले 30 रुपये प्रति गाय के हिसाब से पैसे देती थी, उसे बढ़ाकर अब 50 रुपये कर दिया गया है। गोशालाओं से युवाओं को रोजगार देने को लेकर उन्होंने कहा कि युवा किसान जो मेहनत करना जानता है। वह गोशालाओं से गाय लेकर स्वयं का व्यापार शुरू कर सकता है। गोबर गैस प्लांट, जैविक खाद तैयार कर उसे बेच सकता है। जैविक खाद से तैयार फसल का दाम भी अच्छा मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि युवा गोबर गैस का भी प्लांट लगा सकते हैं, इसके लिए उन्हें नेडा से ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी।