फिरोजाबाद में दिसंबर अभी तक शीतलहर न चलने के कारण लोगों को सर्दी का अधिक एहसास नहीं हो रहा था। लेकिन, दिसंबर के मौसम की पहली बारिश शुरू होने के साथ ही सर्दी में भी इजाफा हो गया। हालांकि गेहूं की फसल को इस बारिश से कोई नुकसान नहीं है। दिसंबर के महीने में भी दिन के समय सूरज की तेज धूप लोगों को गर्मी का एहसास कर रही थी। दिन के समय युवा वर्ग शर्ट में ही घूमते नजर आ रहे थे। हालांकि शाम के समय ठंड का एहसास जरूर होता था। शुक्रवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे लेकिन दोपहर में तेज धूप निकली जिससे लोगों को गर्मी का एहसास हुआ। शाम के समय अचानक मौसम बदला और बूंदाबांदी शुरू हो गई। बूंदाबांदी शुरू होने के साथी ठंड भी बढ़ गई। परिजनों ने बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया। लोगों का कहना है कि बूंदाबांदी होने के साथ ही अब सर्दी भी बढ़ने लगी है। हालांकि बूंदाबांदी से फसल में कोई नुकसान नहीं है। किसानों का कहना है कि यदि सर्दी नहीं पड़ेगी तो फसल भी ठीक से नहीं हो पाएगी। अभी तक ठीक से कोहरा भी शुरू नहीं हुआ है।