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बच्चा खरीदने में कानपुर के कारोबारी की पत्नी-ससुर फरार:लखनऊ में रेड में झारखंड की दो लड़कियां मिलीं, नाबालिगों की खरीद-फरोख्त के सिंडिकेट की आशंका

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कानपुर में फर्नीचर कारोबारी के 30 हजार में बच्चा खरीदने के मामले में कारोबारी अंकित आनंद को जेल भेज दिया गया है। अब अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। गोविंद नगर में रहने वाली कारोबारी की पत्नी भी घर से भाग गई है। वहीं, बच्चा खरीदने वाले कारोबारी के ससुर के घर लखनऊ में भी छापेमारी की गई। लखनऊ में झारखंड की दो लड़कियां मिलीं, दोनों बालिग थीं और अपनी सहमति से नौकरी कर रही हैं। इसके चलते पुलिस सिर्फ पूछताछ करके लौट आई। इसके साथ ही एक टीम दलाल की तलाश में गुड़गांव में छापेमारी करने पहुंची। पुलिस जल्द ही इस केस में बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाले सिंडीकेट का खुलासा करेगी। बच्चा बेचने वाले कारोबारी का ससुर फरार, घर से DVR भी गायब किया
गोविंदनगर के फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर से 12 साल के बच्चे के बरामद होने के बाद पुलिस की दो टीमों ने बुधवार देर रात लखनऊ के आलमबाग निवासी अंकित के ससुर सुनील मलिक के घर छापा मारा। छापेमारी के दौरान पता चला कि सुनील मलिक दामाद की अरेस्टिंग के बाद परिवार समेत घर छोड़कर भाग निकला है। कानपुर से मिले बच्चे का चचेरा भाई बरामद नहीं हो सका। पुलिस को घर से दो लड़कियां मिली हैं। पूछताछ में दोनों ने खुद के झारखंड से होने की बात कहीं। आशंका है कि इन लड़कियों को भी यहां बेचा गया। पुलिस कारोबारी के ससुर के बड़े गिरोह से जुड़े होने का अंदेशा जता रही है। पुलिस ने सुनील के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने के प्रयास किए पर कैमरों की डीवीआर ही गायब मिलीं। उधर, गोविंदनगर पुलिस की दो टीमें मानव तस्करी से जुड़े आरोपियों को पकड़ने के लिए गुड़गांव और बिहार रवाना हो गई हैं। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के मुताबिक पुलिस की चार टीमें लगाई गई हैं, दो लखनऊ पहुंची हैं, जबकि दो टीमें बिहार और गुड़गांव के लिए निकली हैं। पुलिस को आशंका है गोविंद नगर से बच्चे की बरामदगी होने के बाद ससुर के घर काम कर रहा नाबालिग बच्चे को लेकर गायब हो गया है। आशंका है कि वह बच्चे के परिवारीजनों को लौटाने के लिए घर से निकला है। शातिर सुनील मलिक ने अपना और पत्नी समेत परिवार के सभी सदस्यों का मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया है। इससे पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। अब आपको बताते हैं क्या था पूरा मामला
गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी कारोबारी सतीश आनंद के गोविंद नगर और गुमटी समेत शहर में 4 फर्नीचर के बड़े शोरूम हैं। सतीश परिवार बेटे अंकित आनंद के साथ में रहते हैं। सतीश ने बताया कि बेटे अंकित की शादी लखनऊ में हुई है। गोविंद नगर बी-ब्लॉक निवासी अंकित के ससुर ने ही बिहार के दो बच्चों को गुड़गांव के एक एजेंट पप्पू यादव से खरीदा था। इसके बाद उन्होंने एक बच्चा अपने यहां रख दिया और दूसरा उनके घर पर काम के लिए भेज दिया था। अंकित ने अपने दोनों बच्चों की देखरेख के लिए इस 12 साल के बच्चे को मंगाया था। बीती सोमवार रात को डायल-112 पर सूचना मिली कि गोविंद नगर बी-ब्लॉक में फर्नीचर कारोबारी अंकित आनंद के घर में मेरे 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जाती है। विरोध करने पर उसे बेरहमी से पीटते हैं। इसके बाद गोविंद नगर फर्नीचर कारोबारी सतीश आनंद के बेटे अंकित के घर पर दबिश दी। बच्चे को अपने कब्जे में लिया। घर से 12 साल का बच्चा बरामद हुआ और गाल पर चोट के निशान थे। अंकित ने पुलिस को बताया – मेरे ससुर सुनील मलिक के घर से करीब 1 महीने पहले यह लड़का हमारे घर काम करने के लिए आया था। इसके लिए मेरी पत्नी ने पप्पू यादव को 30 हजार रुपए दिए थे। पप्पू यादव गुडगांव में रहता है।

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