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बदमाशों ने 7 दिन रेकी कर बैंक को लूटा:लखनऊ से 15 किमी दूर घर लिया, लॉकर की जगह जानते थे

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लखनऊ के चिनहट इलाके में इंडियन ओवरसीज बैंक में बदमाश करीब 4 घंटे तक रहे। शनिवार रात 12 बजे बदमाश बैंक में घुसे और रविवार तड़के 4 बजे बाहर निकले। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से इसका पता चला। बदमाश बैंक के पीछे पड़े खाली प्लॉट के जरिए दीवार काटकर अंदर घुसे थे। बैंक में सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड नहीं था। बैंक में बाहर की तरफ दो और अंदर चार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन एक ही कैमरे में चोरों की फुटेज आई। बाकी कैमरों के एंगल स्ट्रॉन्ग रूम की तरफ नहीं थे। इसका फायदा चोरों ने उठाया। पहले तीन तस्वीरें देखते हैं, जहां से बदमाश बैंक में घुसे 7 दिन तक की रेकी आरोपियों ने पूछताछ में बताया वो 17 दिसंबर से लखनऊ में थे। शहर से 15 किलोमीटर दूर ठिकाना बनाया था। नई जगह होने की वजह से कोई पहचानता नहीं था। विपिन 7 दिन से रेकी कर रहा था। पुलिस का कहना है कि बैंक पब्लिक प्लेस है। इसलिए ये भी संभव है कि अंदर घुसकर भी रेकी की हो। खाली प्लॉट से फर्नीचर गोदाम में दाखिल हुए बैंक के बगल में हेवन फर्नीचर नाम से दुकान है। जिसके पीछे बने गोदाम से चोरों ने दीवार काटी फिर अंदर दाखिल हुए। हालांकि वह दुकान की तरफ से वहां तक नहीं पहुंचे। दुकान से सटे खाली प्लॉट से वह अंदर गए। उन प्लॉट में जंगली पौधे उगे थे। एक एक्टिव मोबाइल से चोरों तक पहुंची पुलिस पुलिस ने इलाके के 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सीसीटीवी में 4 नकाबपोश दिखे। टाइमिंग मैच कराई तो कुछ फुटेज में बिना नकाब के दिखे। सर्विलांस टीम लगातार नजर बनाए हुए थी। मुखबिर तंत्र को भी एक्टिव किया गया। जांच पड़ताल के दौरान बैंक के पास एक मोबाइल मिला। उससे कॉल किए गए नंबर के लोकेशन को ट्रैस किया। सोमवार सुबह लौलाई गांव में इंदिरा डैम के किनारे आरोपियों की लोकेशन मिली। चोरों को पता था किधर लगानी है सेंध, कहां हैं लॉकर
ओवरसीज बैंक में चोरी के लिए शातिरों ने पूरी रेकी की थी। उन्हें सीसीटीवी कैमरों, गार्ड नहीं रहने सबकी जानकारी थी। यही नहीं लॉकर तक वे कैसे आसानी से पहुंच सकते हैं, इसका भी चोरों ने खाका तैयार कर रखा था। चोरों को बैंक के अंदर घुसने का सटीक रास्ता पता था। रविवार को बैंक बंद रहती है, इसलिए वारदात के लिए शनिवार की रात चुनी। इसके पीछे मकसद यही था कि चोरी का पता जब तक चलेगा, वे दूर जा चुके होंगे। जेल में हुई थी विपिन और कैलाश की मुलाकात पकड़े गए आरोपियों का कहना है कि गैंग में शामिल विपिन ने पूरे बैंक की रेकी की थी। वह लखनऊ का रहने वाला है। हालांकि उसका एड्रेस पुलिस अभी पता नहीं कर पाई है। पकड़े गए एक आरोपी कैलाश की मुलाकात एक साल पहले जालंधर जेल में हुई थी। कैलाश जालंधर जेल में बैंक संबंधी एक मामले में बंद था। इन सात ने की थी घटना अरविंद कुमार (22) पुत्र चौधरी सिंह निवासी ग्राम सिटकुंडी, पोस्ट- दरियापुर, थाना मोफसिल, जिला मुंगेर को पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया। इसके अलावा बलराम कुमार (28) पुत्र बिंदेश्वरी बिंद निवासी ग्राम-पिलदौरी, थाना-सुलतानगंज, जिला-भागलपुर, बिहार और कैलाश बिंद (28) पुत्र पुनीत बिंद निवासी ग्राम-बउअरी, पोस्ट- खेराडोरा, थाना- हवेली सड़कपुर, जिला-मुंगेर, बिहार गिरफ्तार हैं। ……………………….. ये खबर भी पढ़ें… लखनऊ में बैंक के 42 लॉकर तोड़ने वाले का एनकाउंटर: चिनहट में मुठभेड़, पैर में मारी गोली, तीन गिरफ्तार; लूट का माल बरामद किया लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर तोड़ने वाले बदमाश और पुलिस की मुठभेड़ हुई। पुलिस ने एक आरोपी को पैर में गोली मार गिरफ्तार किया। उसके दो साथियों को भी पकड़ा गया है। दूसरी कार में सवार 4 बदमाश फरार हो गए। पढ़ें पूरी खबर…

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