ललितपुर मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत झरकौन के मजरा हंसारा में मुख्य सड़क से गांव तक पहुंचने के लिए सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को दो किलोमीटर बदहाल सड़क पर पैदल चलना पड़ रहा है। यहां तक की बारिश में जलभराव की स्थिति में एम्बुलेंस व अन्य वाहन तक नहीं पहुंच पाते हैं। जिससे मरीजों को गांव से दो किलोमीटर दूर मुख्य सड़क तक चारपाई पर लिटाकर पहुंचना पड़ता है। जिसमें लोग मरीज को चारपाई पर लिटाकर कंधों पर रखकर गांव तक पहुंचे है। बता दें विकासखंड बिरधा की ग्राम पंचायत झरकौन के मजरा हंसारा गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं है। स्थिति यह रहती है कि गांव में बरसात या अन्य समय पर गांव तक पहुंचने के लिए मुश्किल होती है। अभी हाल में एम्बुलेंस गांव में नहीं पहुंच पा रही है। गांव से काफी दूर छोड़कर चली जाती है। गांव तक एम्बुलेंस न पहुंच पाने के कारण लोगों को अपने मरीज के लिए चारपाई पर लिटाकर कंधों पर उठाकर पहुंच रहे हैं। ग्राम हंसारा निवासी ममता पत्नी मुलायम सिंह ने बिरधा स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में नसबंदी का ऑपरेशन कराया था। जिसके बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। बुधवार को रात में एम्बुलेंस ममता को गांव छोड़ने जा रही थी। रास्ता खराब होने के कारण एम्बुलेंस ने ममता को रास्ते में ही उतार दिया। जिसके बाद ग्रामीण ममता को चारपाई पर लिटाकर कंधों के सहारे उठाकर गांव तक ले गए। गांव के एक ग्रामीण ने इस घटना का वीडियो सामने आया है। जिसके बाद प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है।