बरेली के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार सुबह दरगाह शाह शराफत अली मियां के सज्जादानशीन शाह सकलैन मियां के भाई हाजी मुंतखब अहमद नूर सकलैनी का निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे और उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया। 70 वर्षीय नूर सकलैनी अदबी दुनिया में ‘नूर ककरालवी’ के नाम से प्रसिद्ध थे। बदायूं के कस्बा ककराला की जानी-मानी शख्सियत के निधन की खबर फैलते ही क्षेत्र का अदबी समाज शोक में डूब गया। उनके मुरीदों ने दरगाह पर फोन कर दुख व्यक्त किया, जबकि आसपास के श्रद्धालुओं ने बरेली दरगाह जाकर उनका अंतिम दर्शन किया। दरगाह के मीडिया प्रभारी हमजा सकलैनी ने बताया कि मरहूम की अदबी खिदमात और शायरी के लिए बड़ी संख्या में मुरीद थे। देर शाम उनका पार्थिव शरीर ककराला लाया गया, जहां उनके पैतृक आवास पर बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे। शनिवार, 8 फरवरी को सुबह 11 बजे ककराला में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
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