वाराणसी के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले दालमंडी बाजार की संकरी गलियों को चौड़ा करने के लिए नगर निगम की टीम ने अभियान शुरू कर दिया है। मंगलवार को अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम दालमंडी पहुंची और नापी के साथ निशान लगाने का काम शुरू किया। लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा दालमंडी मार्केट चौक और नई सड़क को जोड़ता है। जिस रोड से कभी ट्रैक्टर तक गुजर जाता था, आज वहां दो बाइक का अगल बगल से गुजरना मुश्किल है। नगर निगम की टीम ने नापी इस संकरे मार्ग को लगभग 20 फीट चौड़ा करने की योजना बनाई है। अभियान के तहत जद में लगभग 10 हजार दुकानें आएंगी। अधिकतर दुकानें अतिक्रमण करके बनाई गई है जिससे भवन मालिक भी परेशान है। नापी की प्रक्रिया के बाद नगर निगम संबंधित मकान, दुकान मालिकों को नोटिस जारी करेगा। नोटिस की समयसीमा समाप्त होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाएगी। अपर नगर आयुक्त राजस्व अनिल यादव के नेतृत्व में पहुंची टीम ने नापी के दौरान 20 फीट पर निशान लगाए हैं। नगर निगम की कार्रवाई के दौरान कई दुकानें बंद रही। फोर्स की मौजूदगी के चलते किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ। सीएम योगी की है दालमंडी प्रोजेक्ट पर नजर मुस्लिम बाहुल्य दालमंडी इलाके के विकास कार्य से संबंधित प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में है। बीते 06 दिसंबर को वाराणसी आए सीएम ने दालमंडी क्षेत्र के विकास के लिए तैयार प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी और सड़क चौड़ीकरण कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने का आदेश दिया था। बाबा दरबार के समीप, विकास कार्य में आ रही थी दिक्कत दालमंडी का एक छोर चौक थाने के समीप है। यहां से लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रमुख प्रवेश द्वार है। इस इलाके की संकरी गलियों के कारण विकास कार्यों में सरकारी अमले को दिक्कत आ रही थी। क्षेत्र के कई मुस्लिम बंधुओं ने सीएम योगी से दालमंडी को अतिक्रमण मुक्त कराकर विकास कार्य कराने की अपील की थी।