बलरामपुर में अपर पुलिस अधीक्षक ने बीते दिनों हुई लूट की घटना का खुलासा किया। अंतर्जनपदीय गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से लूटी गई संपत्ति को बरामद कर लिया है। मामला बलरामपुर के थाना कोतवाली उतरौला का है। जहां पर बीते 10 नवंबर 2024 को थाना क्षेत्र उतरौला की वादिनी कान्ती देवी उम्र करीब 55 वर्ष पत्नी मुलकराज निवासी ग्राम तिलखी बढ़या थाना कोतवाली उतरौला बलरामपुर ने तहरीर दे कर कहा था कि वह अपने धान के खेत की तरफ जा रही थी। तभी दिन में 12.30 बजे मोटर साइकिल सवार दो बदमाशों ने उनके कान का कुण्डल व जेवरात आदि छीन कर फरार हो गए थे। जिसके संबंध में थाना कोतवाली उतरौला पर पंजीकृत किया गया था। 8 दिसंबर 2024 को थाना गैड़ास बुजुर्ग क्षेत्र में एक महिला को घायल कर कान का कुण्डल छीनने का मामला सामने आया था। इसके बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई थी। लूटी गयी संपत्ति को खरीदा पूरे प्रकरण में पुलिस ने आजाद पुत्र कमाल, मो. नफीस पुत्र मुसई निवासीगण खम्हौवा विशनापुर थाना कोतवाली देहात बलरामपुर को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से लूट किए गए जेवरात को भी बरामद कर लिया है। घटना में प्रयुक्त मोटर साईकिल भी बरामद कर लिया है। पुलिस के पूछताछ में दोनों आरोपियों ने घटना करने की बात को स्वीकार किया है। वहीं पुलिस ने इस घटना में एक सोनार को भी गिरफ्तार किया है। जिसके द्वारा लूटी गयी संपत्ति को खरीदा था। महिलाओं को अकेला पाकर छीनते थे जेवरात अपर पुलिस अधीक्षक नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों प्रकरणों में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही लूट की संपत्ति को खरीदने वाले सोनार को भी गिरफ्तार किया गया है। यह लोग अंतर्जनपदीय घटनाओं को अंजाम देते थे। दोनों आरोपी नफीस व आजाद ने पूछताछ मे स्वीकार किया। वह दोनों घूम-घूम कर गांवों में टाफी बेचने का काम करते है। जिससे उन्हें देहात के सारे रास्ते पता रहता है। साथ-साथ वह दोनों अकेले सुनसान में देहात क्षेत्र में महिलाओं को अकेला पाकर उनसे जेवरात छीन लेते है।