बलरामपुर जनपद में संचालित तीनों चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हो गया है। बलरामपुर जनपद के तीनों चीनी मिलों में से बलरामपुर व तुलसीपुर चीनी मिल ने गन्ना मूल्य भुगतान भी शुरू कर दिया है, लेकिन बजाज इटईमैदा चीनी मिल ने अभी भी चालू सत्र का गन्ना मूल्य भुगतान नहीं शुरू किया है। जनपद के तीनों चीनी मिलों ने अब तक करीब 53 लाख क्विंटल से अधिक गन्ना की खरीदारी की है। बलरामपुर चीनी मिल सबसे आगे बलरामपुर चीनी मिल ने अब तक 33 लाख 46 हजार क्विंटल गन्ने की खरीद की है। इसकी लागत 1 अरब 21 करोड़ 73 लाख रुपये है। इसमें से 92 करोड़ 80 लाख रुपये का भुगतान किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है। मिल प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि शेष राशि का भुगतान भी समय पर कर दिया जाएगा। तुलसीपुर चीनी मिल ने 11 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा है, जिसकी लागत 40 करोड़ 25 लाख रुपये है। इसमें से 20 करोड़ 52 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। तुलसीपुर चीनी मिल भी निर्धारित समय पर भुगतान के लिए प्रतिबद्ध है। बजाज इटईमैदा चीनी मिल का भुगतान शून्य बजाज इटईमैदा चीनी मिल ने अब तक 8 लाख 49 हजार क्विंटल गन्ना खरीदा है। लेकिन वर्तमान सत्र का एक भी भुगतान नहीं किया गया है। इस पर किसानों में नाराजगी बढ़ रही है। चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना आरपी शाही ने कहा कि पिछले सत्र का 3 करोड़ 85 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है। मौजूदा सत्र का भुगतान चीनी बेचकर किया जाएगा। डीएम के आदेशानुसार, 85% राशि किसानों और शेष कर्मचारियों के वेतन में खर्च की जाएगी। प्रशासन ने भेजा नोटिस जिला गन्ना अधिकारी संजय कुमार का कहना है कि बलरामपुर चीनी मिल 14 दिन पर भुगतान कर रही है। लेकिन बजाज अभी नहीं कर रही है जिसके लेकर एक सप्ताह पहले इटईमैदा चीनी मिल को नोटिस भेजी गई है।