बहराइच जिले के महसी इलाके में स्थित महराजगंज बाजार में बीते अक्टूबर माह में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विवाद में रामगोपाल नाम के युवक की लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । जिसके बाद इलाके में बड़े पैमाने पर हिंसा फैल गई थी । आक्रोशित लोगों ने कई दुकानों मकानों समेत गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था । प्रदेश सरकार को हिंसा को काबू करने के लिए एस टी एफ चीफ अमिताभ यश को भेजा गया था । जिसके बाद हिंसा पर नियंत्रण पाया गया था। पुलिस ने रामगोपाल मिश्रा के हत्यारों समेत हिंसा में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजते हुए एक असलहे को बरामद किया था। हिंसा के दो महीने के बाद जिला प्रशाशन ने हत्या के आरोपी नामजद लोगों के तीन असलहों के लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई की है। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान महाराजगंज में हुए विवाद के दौरान राम गोपाल मिश्रा हत्याकांड के मामले में नामजद आरोपियों के तीन लाइसेंसी असलहों के लाइसेंस निरस्त किए गए है। इनमे एक बंदूक रामगोपाल हत्याकांड में प्रयुक्त हुई थी।