चित्रकूट धाम मंडल और बांदा के सभी महाविद्यालयों को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के बजाय चित्रकूट स्थित जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय से जोड़ने की मांग जोर पकड़ रही है। विधान परिषद सदस्य डॉ. बाबूलाल तिवारी ने इस मुद्दे को उठाते हुए छात्रों की सहूलियत के लिए विधान परिषद में चर्चा कराने की बात कही है। डॉ. तिवारी ने बताया कि झांसी की लंबी दूरी के कारण छात्रों को समय और पैसे की बर्बादी झेलनी पड़ती है। उन्होंने सुझाव दिया कि चित्रकूट के विश्वविद्यालय से संबद्धता होने पर छात्रों को अधिक सुविधा मिलेगी और उनकी पढ़ाई सुगम हो जाएगी। छात्रों और अभिभावकों का मिला समर्थन विद्यार्थियों ने भी इस मांग का समर्थन करते हुए कहा कि झांसी जाना मुश्किल होता है। स्थानीय शिक्षाविद और अभिभावकों ने इस कदम को क्षेत्र के शैक्षिक और सामाजिक विकास के लिए जरूरी बताया है। डॉ. तिवारी ने भरोसा दिलाया कि वह इस मुद्दे को विधान परिषद में उठाएंगे और सरकार से जल्द निर्णय लेने की अपील करेंगे। इससे छात्रों को राहत मिलने की उम्मीद है।