बिजनौर के नगीना थाना क्षेत्र के हरगांव चंदन गांव में मंगलवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब किसान के खेत में 132 केवी विद्युत टावर लगाने पहुंचे बिजली विभाग के कर्मचारी और प्रशासनिक अधिकारियों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के दौरान किसान के बेटे ने खुद पर डीजल डालकर आग लगाने की कोशिश की, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने समय रहते उसे बचा लिया। आइए जानते हैं पूरा मामला…
हरगांव चंदन गांव के किसान मूलचंद के खेत में पिछले 3 साल से बिजली विभाग 132 केवी का विद्युत टावर लगाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हर बार भारतीय किसान यूनियन (BKU) के कार्यकर्ताओं और किसानों के विरोध के चलते विभाग का काम रुक जाता है। सोमवार को पुलिस बल के साथ बिजली विभाग के कर्मचारी और नायब तहसीलदार राजकुमार मौके पर पहुंचे और किसान के खेत में टावर लगाने की बात शुरू की। इस दौरान किसान मूलचंद और नायब तहसीलदार में जमकर बहस हो गई। देखें 5 तस्वीरें… युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास
बहस के बाद नायब तहसीलदार के व्यवहार से नाराज होकर किसान के बेटे ने कमरे में जाकर खुद पर डीजल डालकर आग लगाने का प्रयास किया। वहां मौजूद थाना अध्यक्ष हरिओम सिंह चौहान और अन्य पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को बचा लिया। घटना के बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए, जिसके बाद वे मौके से लौट गए। किसान यूनियन का धरना शुरू
घटना की सूचना पर भारतीय किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष बलजीत सिंह और अन्य कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। किसानों ने खेत में दरी बिछाकर धरना शुरू कर दिया। बलजीत सिंह का कहना है कि, “किसान की जमीन पर किसी भी कीमत पर विद्युत टावर नहीं लगने दिया जाएगा।” नायब तहसीलदार राजकुमार ने सफाई देते हुए कहा कि वे एसडीएम के निर्देश पर बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ गए थे और उन्होंने किसी के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया।