अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में छात्र संघ चुनावों की बहाली के लिए बिहार के सांसद ने यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर को पत्र लिखा है। बिहार के मधेसरा लोकसभा क्षेत्र के जेडीयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने वीसी से सिफारिश की है कि चुनावों की बहाली के लिए एक्शन लिया जाए। यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो. नाइमा खातून को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि कोविड के बाद से देश दुनिया में कई बदलाव हुए हैं। जो यूनिवर्सिटी में भी देखन को मिलता है। यूनिवर्सिटी में योग्य और जिम्मेदार छात्र नेताओें को आगे लाने के लिए चुनावों का होना जरूरी है। क्योंकि बिना छात्र संघ के अच्छे नेता समाज और देश को नहीं मिल सकते हैं। देश दुनिया में मशहूर है AMU का छात्रसंघ सांसद दिनेश चंद्र यादव ने अपने पत्र में कहा है कि एएमयू की स्थापना 1920 में की गई थी। इसका एक प्रसिद्ध छात्रसंघ था। इसके प्रभावशाली सदस्य आज दुनिया भर में फैले हुए हैं। इन्होंने हर जगह यूनिवर्सिटी के नाम को रोशन किया है। लेकिन आज देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में छात्र संघ नहीं होने के कारण जिम्मेदारी और समर्पण के साथ काम करने वाले छात्र नेताओं की कमी है। उन्होंने अपने पत्र के जरिए वीसी से अनुरोध किया है कि छात्रसंघ को बहाल करा जाए और चुनाव कराए जाएं। जिससे कि छात्रों को सशक्त बनाया जा सके और उन्हें समग्र रूप से विकसित किया जा सके। 2018 में आखिरी बार हुए थे चुनाव अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आखिरी बार 2018 में छात्रसंघ के चुनाव हुए थे। उस समय सलमान इम्तियाज की अध्यक्ष के पद पर जीत हुई थी और आज भी वह निवर्तमान अध्यक्ष ही हैं। 2018 के बाद से 2019 में चुनाव पर रोक लग गई थी और चुनाव नहीं हो पाए थे। इसके बाद 2020 में कोरोना महामारी फैल गई और फिर इस तरह की चुनावी गतिविधियों पर पूरी तरह से विराम लग गया। छात्र लगातार चुनावों की मांग करते आ रहे हैं। इसके लिए कई बाद प्रदर्शन भी हो चुके हैं और कुछ छात्र कोर्ट की शरण में भी जा चुके हैं। लेकिन इंतजामिया ने अभी तक इस विषय में निर्णय नहीं लिया है।