बुलंदशहर के सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन कर उद्योगों का संचालन किया जा रहा है। प्रदूषण विभाग की टीम ने औचक निरीक्षण के दौरान तीन उद्योगों को प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग करते हुए पाया। विभाग ने इन उद्योगों पर 10-10 लाख रुपए जुर्माना लगाने की सिफारिश शासन को भेजी है। प्रदूषण स्तर खतरनाक, एक्यूआई 267 और 257 पर मंगलवार को बुलंदशहर का औसत एक्यूआई 267 और खुर्जा का 257 दर्ज किया गया। लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण ग्रेप का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा महाकुंभ मेले और वायु गुणवत्ता को लेकर सख्ती बरती जा रही है। इसी के चलते टीम ने सिकंदराबाद औद्योगिक क्षेत्र में निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीन उद्योगों में प्रतिबंधित ईंधन का इस्तेमाल मिलने पर नोटिस जारी किया गया। रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी गई प्रदूषण विभाग ने इन उद्योगों के खिलाफ रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेजी है। साथ ही 10-10 लाख रुपए का जुर्माना लगाने का पत्र भी लिखा गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एएसओ गीतेश चंद्रा ने बताया कि टीम लगातार निरीक्षण कर रही है ताकि प्रदूषण को बढ़ने से रोका जा सके। उन्होंने कहा, “तीन उद्योगों में प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग मिला, जिस पर सख्त कार्रवाई की सिफारिश की गई है।”