साइबर शातिर या तो फैमिली मेंबर को डिजिटल अरेस्ट कर लाखों की ठगी कर रहे हैं या फिर परिवर के मेंबरों को डराने के बाद अकाउंट से रुपये ट्रांसफर कर रहे हैं। शहर के एक डिग्री कॉलेज की पूर्व प्राचार्य यूसुफा नफीस से साइबर ठगों ने 5.95 लाख की ठगी की। बदमाशों ने उन्हें कॉल कर डराया कि बेटे को जेल भेज दिया जाएगा। वह बदमाशों के साथ पकड़ा गया है।
बेटे को बचाने के लिए मां ने रुपये ट्रांसफर कर दिए। इस दौरान उनके बेटे का मोबाइल आफ था। बाद में पता चला कि उसका मोबाइल हैंक हो गया था। करेली की रहने वाली पूर्व प्राचार्य ने तहरीर दी है कि उनके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई। उसने कहा कि तुम्हारा बेटा बदमाशों के साथ पकड़ा गया है। पांच मिनट में छः लाख रुपये भेज दो। वरना बेटा 25 साल के लिए जेल चला जाएगा। घबराई पीड़िता ने कहा कि बेटे से बात कराओ। तब शातिरों ने परमेश्वर भुयिमा नाम के व्यक्ति को रुपये भेजने की बात कही। इस पर पूर्व प्राचार्य ने गूगल पे 95 हजार रुपये भेज दिए। इसके बाद दूसरे नंबर से कॉल आई है। उसने धमकाया कि साहब तुम्हारे लड़के को जेल भेज रहे हैं और पैसे की व्यवस्था करो। तब पूर्व प्राचार्य ने पीएनबी मीरापुर जाकर अपने पांच लाख रुपये जबलपुर स्थित बैंक खाते में स्थानांतरित किए।
इस दौरान शातिर किसी ऐसे युवक की आधी अधूरी बात सुनाते रहे जो परेशान होकर रोता रहा। इसके बाद शातिरों ने और रकम मांगी। तब पूर्व प्राचार्य को शक हुआ। उन्होंने अपने रिश्तेदारों से काल करानी शुरू की तो कई नंबर बंद हो गए। इसके बाद ठगी का मामला सामने आया। इस दौरान उनके बेटे का मोबाइल बंद था।