सूरसदन प्रेक्षागृह में शुक्रवार को कैप्टन शुभम गुप्ता स्मृति संस्थान फाउंडेशन और भारत विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में एक शाम बलिदान के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां भजन सम्राट अनूप जलोटा ने शानदार प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमु्ग्ध कर दिया। भजन सम्राट की प्रस्तुतियां सुनने के लिए सूरसदन प्रेक्षागृह में दर्शकों की भारी भीड़ मौजूद रही। कार्यक्रम का शुभारंभ पदमश्री से सम्मानित भजन सम्राट अनूप जलोटा, मेयर हेमलता दिवाकर, डॉ तरुण शर्मा, राष्ट्रीय परियोजना अध्यक्ष डॉक्टर केशव दत्त गुप्ता, राष्ट्रीय प्रकल्प सदस्य एडवोकेट बसंत गुप्ता , क्षेत्रीय सचिव प्रमोद सिंघल, हरिनारायण चतुर्वेदी, प्रांतीय संरक्षक डॉक्टर कैलाश सारस्वत, विनय सिंघल, प्रांतीय मुख्य मार्गदर्शन वीरेंद्र सिंघल आलोक अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद भजन सम्राट की प्रस्तुतियां शुरु हुई तो प्रेक्षागृह का नजारा ही बदल गया। अनूप जलोटा ने अपना प्रसिद्ध भजन बोलो राम राम राम, सुनाया, इसके बाद दुनिया चले श्रीराम के बिना, रामजी चले ना हनुमान के बिना’, ‘सीताराम-सीताराम कहिए, जाहि बिधि राखे राम ताहि बिधि रहिये’, ‘इतनी शक्ति हमे देना दाता’, ‘जग में सुंदर है दो नाम’, ‘श्याम तेरी बंशी’, ‘गोविंद जय जय गोपाल जय जय’, कौन कहता है भगवान आते नही, ‘हम मीरा के जैसे बुलाते नही’, ‘रंग दे चुनरिया’, ‘कभी कभी भगवान को भी भक्तों से काम पड़े’, जैसे भजन सुनाकर माहौल भक्तिमय कर दिया। भजन सम्राट ने की दैनिक भास्कर से खास बातचीत भजन सम्राट अनूप जलोटा ने दैनिक भास्कर टीम से खास बातचीत की। उन्होंने कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि देश के अमर बलिदानियों की वजह से ही हम सुकून की सांस ले पाते हैं। उन्होंने ऐसे वीर सपूत को जन्म देने वाले माता-पिता को नमन किया। बटेंगे तो कटेंगे के सवाल पर भजन सम्राट ने खुलकर तो कुछ नहीं बोले इतना जरूर कहा कि एक दल में ही रहने से सम्मान होता है। दल और दोस्ती बदलने से सम्मान नहीं होता। भावुक हुए शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के माता पिता अमर शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के माता-पिता इस मौके पर बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने नम आंखों से अतिथियों का स्वागत किया। पिता बसंत गुप्ता ने कहा कि शुभम जब तक शहीद नहीं हुआ था। तब तक मेरा बेटा था। शहादत के बाद वह शहर का पूरे देश का बेटा बन गया। उसके बलिदान पर सभी को गर्व है। आज एक वर्ष बीत चुका है लेकिन आज भी लगता है कि वह हम सबके बीच है। जल्दी ही वापस आएगा। गोविंद जय जय गोपाल जय जय से संध्या का समापन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.तरुण शर्मा ने किया। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं प्रांतीय अध्यक्ष उमेश बंसल ,उपाध्यक्ष मुकेश मित्तल टीटू गोयल, विस्तार प्रमुख धर्म गोपाल मित्तल, प्रकल्प प्रभारी चंद्रवीर सिंह, प्रशांत अग्रवाल तपन अग्रवाल, नेम कुमार जैन मनीष जैन अंबा प्रसाद गर्ग जिला समन्वयक अखिलेश भटनागर सह समन्वयक राजेश अग्रवाल शाखा अध्यक्ष मनोज अग्रवाल (पोली भाई), विनय गोयल, कुलभूषण गुप्ता सौरभ, मनीष अग्रवाल ,धर्मेंद्र जैन, अभिनव भटनागर राजेश गर्ग, मधुराम डोनेरिया, निधि, विनय अग्रवाल, पूनम जैन ने संभाली।