KGMU के डॉक्टरों ने गंभीर रूप से घायल मरीज की आंख का जटिल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन दिया है। मरीज की आंख में मछली पकड़ने वाला कांटा धंस गया था। ऑपरेशन के बाद अब मरीज को देखने में कोई समस्या नहीं हो रही है। मरीज को छुट्टी दे दी गई है। ये था पूरा मामला
रायबरेली निवासी 20 साल के नवीद को सात दिसंबर की दोपहर घर में पर टंगा मछली पकड़ने वाला कांटा आंख में धंस गया। कांटा आंख में ही फंसा रहा। परिवारीजनों ने मरीज को रायबरेली के निजी अस्पताल के डॉक्टर को दिखाया। निजी अस्पताल से मरीज को KGMU के लिए रेफर कर दिया गया। उसी दिन मरीज को लेकर परिवारीजन ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। ट्रॉमा सेंटर में हुई जांच के बाद मरीज को इलाज के लिए KGMU नेत्र विभाग रेफर कर दिया गया। 9 दिसंबर को हुआ ऑपेरशन
नेत्र रोग विभाग के डॉ. विशाल कटियार ने बताया कि ऑकुलोप्लास्टी विशेषज्ञ डॉ. गौतम लोकदर्शी की देखरेख और सलाह पर ऑपरेशन किया गया। उससे पहले आंख की जांच और सीटी स्कैन से चोट की गहराई का मूल्यांकन किया गया, जहां देखा गया कि आंख की पुतली की दीवार में चोट के निशान हैं। ऐसे में बहुत ही सावधानी से 9 दिसंबर को ऑपरेशन करके सफलतापूर्वक मरीज की आंख में धंसा मछली पकड़ने का कांटा निकाला। ऑपरेशन टीम में डॉ. विशाल कटियार के अलावा डॉ.श्वेता, डॉ. अनवी व स्टाफ रहा।